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End of Love Story-अवसाद में युवक ने फांसी लगाकर दी जान

प्रेम विवाह का दु:खद अंत : छह माह पहले हुई थी शादी, परिजन का ससुराल पक्ष पर पांच लाख रुपए देने का था दबाव

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अजमेर

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Manish Singh

Sep 04, 2019

End of Love Story-अवसाद में युवक ने फांसी लगाकर दी जान

End of Love Story-अवसाद में युवक ने फांसी लगाकर दी जान

अजमेर. धोलाभाटा सरस्वती नगर में छह माह पहले प्रेम विवाह रचाने वाले युवक ने पारिवारिक कलह में बुधवार को फांसी लगाकर जान दे दी। पत्नी और ससुराल पक्ष ने उस पर दहेज प्रताडऩा का आरोप लगाया था। झूठे आरोपों से आहत युवक फंदे पर लटक गया। अलवर गेट थाना पुलिस ने युवक के शव को जवाहरलाल नेहरू अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है।
सहायक उप निरीक्षक दिलीपसिंह ने बताया कि धोलाभाटा सरस्वतीनगर गली नम्बर 3 निवासी गजेन्द्र महावर(28) बुधवार सुबह अपने कमरे में पंखे से फंदे पर लटका मिला। गजेन्द्र ने 8 मार्च में प्रेम विवाह किया था। पार्षद द्रोपदी देवी की सूचना पर अलवर गेट थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने शव को फंदे से उतार जवाहरलाल नेहरू अस्पताल की मोर्चरी पहुंचाया। पुलिस ने गजेन्द्र के कमरे से एक डायरी बरामद की है। जिसमें उसने स्कूल के समय से चली आ रही प्रेम कहानी के साथ शादी के बाद के छह माह की घटना बयां किया है। पुलिस बरामद डायरी की पड़ताल में जुटी है।
पांच लाख रुपए की डिमांड
प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया कि गजेन्द्र पर उसकी पत्नी और ससुराल पक्ष ने महिला थाने में दहेज प्रताडऩा की शिकायत दी थी। मंगलवार को गजेन्द्र और उसके परिजन थाने जाकर आए थे। जहां समझाइश का प्रयास किया गया लेकिन ससुराल पक्ष शादी खत्म करने पर अड़ा रहा। उन्होंने गजेन्द्र और उसके परिवार से दहेज का सामान और पांच लाख रुपए देने की मांग रखी थी। पार्षद द्रोपदीदेवी ने दोनों पक्ष में समझाइश की बात कही थी। इधर मंगलवार रात घर लौटे गजेन्द्र ने अवसाद में जान दे दी।
स्कूल के समय से प्रेम
भाई कमल कुमार ने बताया कि वह पांच भाई है। गजेन्द्र सबसे छोटा था। वह फुटकर काम करता था। उसका स्कूल के समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। परिजन ने उसकी पसंद से शादी करवा दी। शादी के पन्द्रह दिन बाद वह शुगर की बीमारी से ग्रस्त हो गया। उसकी पत्नी उसको छोड़कर पीहर चली गई। गजेन्द्र ने मिलकर उसे वापस लाने का प्रयास किया लेकिन पीहर पक्ष ने उसे मिलने नहीं दिया। उन्होंने महिला थाने में दहेज प्रताडऩा का मुकदमा दर्ज करवा दिया।