
patwari bharti pariksha big frauds news in hindi
दिलीप शर्मा /अजमेर.प्रदेश में पिछले पांच वर्ष से पटवारी भर्ती प्रक्रिया सरकार के लिए सिरदर्द बनी हुई है। प्रदेश में पटवारियों के 12 हजार 236 रिक्त पदों के विरुद्ध 3422 पद अब भी रिक्त हैं। सरकार ने पटवारी भर्ती त्वरित व पारदर्शी बनाने के लिए वर्ष 2015 की पटवारी भर्ती की प्रक्रिया राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड से करवाई। इसमें 4400 पदों की भर्ती की जानी थी लेकिन तमाम माथापच्ची व अभ्यर्थियों को कई बार बुलावे के बावजूद 400 पद अब भी रिक्त हैं।
राजस्व विभाग के इस महत्वपूर्ण पद के लिए युवाओं में घटती रुचि का कारण पटवारियों के काम का दबाव व गृह जिले में नियुक्ति नहीं मिलना भी माना जा रहा है। अभ्यर्थी अंतिम विकल्प के रूप में पटवारी बनना चाहता है। हालाकि अभ्यर्थियों में बी.टैक. डिग्रीधारी अभ्यर्थी भी आवेदन कर रहे हैं।
लिपिक बनना ज्यादा पसंद
राजस्व विभाग में पटवारी जमीन की प्रकृति, मालिकाना हक, कब्जा आदि की जानकारी खसरे वार रखने वाला पहला व्यक्ति होता है। अतिरिक्त पटवार मंडल का कार्यभार, फसल की उपज, जमीन की नापजोख, सीमा ज्ञान लगान वसूली, खराबा, जनगणना, पशु गणना, कृषि, आर्थिक गणना, पक्षी गणना जैसे कार्य पटवारी की देखरेख में किए जाते हैं। संभवत: यही वजह है कि युवा शिक्षण क्षेत्र, ग्राम सेवक, कनिष्ठ लिपिक बनना अधिक पसंद कर रहे हैं।
100 से अधिक रिक्त पदों वाले जिले भीलवाड़ा 241, अजमेर में 137, बारां में 110, बाड़मेर 152, भरतपुर 157, बूंदी 108, चित्तौडगढ़़ 111,जालौर 144, झालावाड़ 171, पाली 181, राजसमंद 104, सवाईमाधोपुर 113, सिरोही 104,उदयपुर 173 पद रिक्त हैं। शेष जिलों में 55 से 97 तक पद रिक्तियां हैं। प्रदेश के 33 जिलों में कुल स्वीकृत पद : 12236,
कार्यरत 8814, रिक्त पद 3422
वर्ष 2015 की भर्ती प्रक्रिया : चयन बोर्ड की ओर से भेजे पात्र अभ्यर्थी
प्रथम चरण : 11 अक्टूबर 2017 अभ्यर्थियों की संख्या - 3127
दूसरे चरण : 27 नवम्बर 2017 अभ्यर्थियों की संख्या - 164
तीसरा चरण : 7 फरवरी 2018 अभ्यर्थियों की संख्या - 235
चौथा चरण - 14 मई 2018 अभ्यर्थियों की संख्या - 18
पांचवां चरण - 6 अगस्त 2018 अभ्यर्थियों की संख्या - 457
नॉन ज्वॉइनर/अनुपस्थित - 330
प्रदेश में पटवार हल्का - 10 हजार 840
प्रदेश में गांव - 47 हजार
रिक्त पदों की भर्ती प्रक्रिया के लिए कार्रवाई जारी है। चयन बोर्ड की ओर से भेजे गए पात्र अभ्यर्थियों के दस्तावेज सत्यापन का कार्य राजस्व मंडल करने के बाद जिले आवंटित किए जाते हैं। -सुरेश सिंधी, सचिव, भू-अभिलेख, राजस्व मंडल अजमेर
Published on:
22 Aug 2018 02:47 pm
बड़ी खबरें
View Allअजमेर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
