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छात्रों का कहना है कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में 15 दिसंबर, 2019 को छात्रों द्वारा सीएए के विरोध विरोध में किए जा रहे विरोध प्रदर्शन को दबाने के लिए इंतजामिया कमेटी ने पुलिस को परिसर में आने की इजाजत दी थी। पुलिस ने छात्रों के ऊपर बर्बरता पुर कार्रवाई की। इसी को लेकर छात्रों ने 19 दिसंबर को वीसी और रजिस्ट्रार को ज्ञापन सौंपकर उनके इस्तीफे की मांग की थी। 25 जनवरी, 2020 तक इस्तीफा देने की चेतावनी दी थी। वीसी और रजिस्ट्रार द्वारा त्यागपत्र नहीं दिया गया है। इसी कारण विरोध प्रदर्शन बढ़ गया है।
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छात्र ताजिन का कहना है कि एएमयू के सभी छात्र हौसलों के साथ से बाहर आ गए हैं। सीएए के विरोध में धरना प्रदर्शन को और तेज करने के साथ बाब-ए –सैयद गेट को अनिश्चितकालीन के लिए बंद कर दिया गया है। हमारी मांग है कि सीएए वापस लिया जाए और एएमयू रजिस्ट्रार व वीसी त्यागपत्र दें। वीसी और रजिस्ट्रार के त्यागपत्र नहीं देने तक छात्र जमे रहेंगे।
संविधान को बचाने के लिए
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में बाबे सैयद गेट पर धरनारत छात्रों ने वहीं पर ध्वजारोहण कर 71 वां गणतंत्र दिवस मनाया। इस मौके पर प्रोफेसर अर्शी खान ने कहा कि अमुवि में सभी धर्मों के छात्रों ने आज बहुत महत्वपूर्ण ईवेंट 71 वां गणतंत्र दिवस धरना स्थल पर मनाया। छात्र अपनी बातें रख रहे हैं कि किस तरीके से कुछ राजनीतिक प्रक्रिया और कुछ चीजें गलत रास्ते पर जा रही हैं, उन्हें सही करें। छात्रों का प्रदर्शन संविधान को सुधारने के लिए और संविधान को ताकत देने के लिए है। यह उन लोगों के लिए विरोध में हैं, जो संविधान को और हिन्दू-मुस्लिम एकता को बिगाड़ना चाहते हैं।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में बाबे सैयद गेट पर धरनारत छात्रों ने वहीं पर ध्वजारोहण कर 71 वां गणतंत्र दिवस मनाया। इस मौके पर प्रोफेसर अर्शी खान ने कहा कि अमुवि में सभी धर्मों के छात्रों ने आज बहुत महत्वपूर्ण ईवेंट 71 वां गणतंत्र दिवस धरना स्थल पर मनाया। छात्र अपनी बातें रख रहे हैं कि किस तरीके से कुछ राजनीतिक प्रक्रिया और कुछ चीजें गलत रास्ते पर जा रही हैं, उन्हें सही करें। छात्रों का प्रदर्शन संविधान को सुधारने के लिए और संविधान को ताकत देने के लिए है। यह उन लोगों के लिए विरोध में हैं, जो संविधान को और हिन्दू-मुस्लिम एकता को बिगाड़ना चाहते हैं।