7 अप्रैल को जिला पंचायत की मीटिंग के दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष उपेन्द्र सिंह व ठाकुर जयवीर सिंह के खिलाफ जिला पंचायत सदस्य द्वारा मारपीट व छेड़खानी का मुकदमा लिखाया गया था, वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष की तरफ से डकैती का मुकदमा लिखवाया गया। बात यहीं खत्म नहीं हुई, दोनों तरफ से थाना सिविल लाइन में मुकदमा दर्ज हो गया, लेकिन इसके बाद कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिला पंचायत सदस्य दुर्गेश कुमारी ने कहा है कि बोर्ड की बैठक में हमारे साथ दुर्व्यवहार किया गया है। जिला पंचायत अध्यक्ष उपेंद्र सिंह नीटू और ठाकुर जयवीर सिंह ने बोर्ड बैठक में अभद्रता की और हमारी तरफ से मुकदमा लिखने के बाद अब धमकी दी जा रही है कि केस वापस लो, नहीं तो जान से मार देंगे।
दुर्गेश कुमारी ने कहा कि हमारे साथ मारपीट की गई जान से मारने की धमकी दी जा रही है। भाजपा के नेता गुंडई पर उतर आए हैं और महिलाओं से बदतमीजी कर रहे हैं। जिला पंचायत सदस्य बबिता सिंह के पति सुबोध सिंह ने कहा कि 7 अप्रैल को मीटिंग हुई थी। सभी जिला पंचायत सदस्य और अधिकारी मौजूद थे। उनकी मौजूदगी में दलित महिलाओं से मारपीट की गई। छेड़खानी की गई, लज्जा भंग करने की कोशिश की गई, सदन में जिला पंचायत अध्यक्ष उपेंद्र सिंह नीटू और उनके साथियों द्वारा महिला सदस्यों से मारपीट की गई और जब यह सदस्य बाहर निकले तो ठाकुर जयवीर सिंह अपने साथियों के साथ मौजूद थे। अब धमकी दी जा रही है कि आप अपना मुकदमा वापस लो नहीं तो जान से मरवा देंगे।
ठाकुर जयवीर सिंह को भाजपा ने एमएलसी पद का प्रत्याशी बनाया है, जिला पंचायत सदस्य ने कहा कि हम इस घटना की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को भेज रहे हैं और कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। और पीड़ित महिलाओं को सुरक्षा दिलाने की मांग की है। अगर मांगे नहीं मानी गई तो दलित महिला को लेकर भूख हड़ताल पर बैठेंगे और शासन को अवगत कराएंगे और साथ ही विधानसभा पर भी धरना देंगे। एक पक्ष ने कहा कि जयवीर सिंह पहले बीएसपी में थे, भाजपा ज्वाइन करने के बाद भी उनकी मानसिकता अभी बदली नहीं है। भाजपा आलाकमान को इससे अवगत करायेंगे।