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हाथ के ऑपरेशन के दौरान मरीज की मौत!, डॉक्टर ने कहा- ऑपरेशन से पहले पड़ा दिल का दौरा

अस्पताल के फील्ड मैनेजर ने पुलिस को दी अकाल मौत की सूचना तो परिजन का गुस्सा फूटा, जमकर किया हंगामा

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हाथ के ऑपरेशन के दौरान मरीज की मौत!, डॉक्टर ने कहा- ऑपरेशन से पहले पड़ा दिल का दौरा

आलीराजपुर. खंडवा-बड़ोदा मार्ग स्थित शनिमंदिर के समीप संगम अस्पताल में मरीज की मौत के बाद परिजन ने जमकर हंगामा कर दिया। शनिवार को एक मरीज को टूटे हाथ का ऑपरेशन करने के लिए थियेटर में ले जाया गया, जिसे कुछ समय बाद चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। शव को परिजन को नहीं सौंपने से नाराज परिजन ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया और पुलिस को सूचना दी। हालांकि अस्पताल संचालक का कहना है कि ऑपरेशन के पहले ही मरीज को दिल का दौरा पड़ा था। जिसकी वजह से उसकी मौत हुई।

मृतक के भाई सोमसिंह पिता भुरला ने बताया, पिछले दिनों कट्ठीवाड़ा विकासखंड के ग्राम पस्टार के मोर मोड़ी फलिया निवासी नागरसिंह पिता भुरला मान उतारने के लिए गुजरात के चिलावड़ा गांव जा रहे थे। तभी बोड़ेली के समीप वाहन दुर्घटना में 12 लोग घायल हो गए थे। कुछ घायलों को अधिक चोट आने से बड़ौदा ले जाया गया। वहीं नागरसिंह को हाथ में चोट आने पर आलीराजपुर के संगम अस्पताल में भर्ती कराया था।

भर्ती कराने के बाद चिकित्सकों द्वारा एक्सरे कर कच्चा पट्टा भी चढ़ाया गया था। शनिवार को चिकित्सकों ने परिजन से कहा कि हाथ का ऑपरेशन करना पड़ेगा। इसके लिए रुपए की मांग की गई। मरीज के परिजन ने कुछ रुपए जमा भी करवा दिए। इसके बाद नागरसिंह को ऑपरेशन करने के लिए ले गए, लेकिन ऑपरेशन थियेटर से करीब 1 घंटे बाद चिकित्सक बाहर निकले और परिजन को मरीज की मौत की सूचना दी।

पुलिस को दी मौत की सूचना
मरीज की मौत के बाद अस्पताल के कर्मचारियों ने परिजन को मृतक नागरसिंह को देखने नहीं दिया और आनन-फानन में अस्पताल के फील्ड मैनेजर गौतम राठौर ने एक पत्र से पुलिस को सूचना दी। मृतक के परिजन भी थाने पर पहुंच गए और थाना प्रभारी दिनेश सोलंकी को आप बीती सुनाई। इसके बाद पुलिस ने संगम हॉस्पिटल पहुंची और पोस्टमॉर्टम के लिए पंचनामा बनाया।

भागते चिकित्सक को पकड़ा
डॉक्टर तपन भट्ट अपनी कार (जीजे 06 जेई ८५३९) में सवार होकर बोड़ेली की ओर रवाना हो रहे थे। इसकी सूचना मृतक के परिजन को मिली तो उनके वाहन का पीछा कर उन्हें रोक लिया और कहा, हमारे व्यक्ति को मारकर तुम भाग रहे हो। हमें सुबह से शाम तक कोई जवाब देने को तैयार नहीं। इस दौरान चारों तरफ भीड़ जमा हो गई। थाना प्रभारी दिनेश सोलंकी स्थिति को देखते हुए भट्ट को पुलिस वाहन में बैठाकर थाने ले गए।

मरीजों को बाहर कर अस्पताल किया बंद
ग्राम खरपई निवासी जगदीश जिसका पेड़ से गिरने से पैर टूट गया था। उसे बॉटल चढ़ रही थी, लेकिन आधी ही बाटल चढ़ी थी कि वहां उपस्थित नर्स ने बॉटल को निकालकर कहा कि तुम यहां से जल्दी चले जाओ, यहां कुछ होने वाला है। इस पर जगदीश अपने परिजन के साथ अपने टूटे पैर को लेकर वहां से निकल गया। ऐसे ही अन्य मरीज भी एक-एक करके वहां से निकल गए।
ऑपरेशन के पहले पड़ा दिल का दौरा : डॉ. भट्ट

मृतक के परिजन जब थाने पहुंचे और वहां उपस्थित संगम हॉस्पिटल के संचालक डॉ. तपन भट्ट ने परिजन को सफाई देते हुए कहा, ऑपरेशन के पहले ही उसे दिल का दौरा पड़ था। जिस वजह से उसकी मौत हो गई। इस पर परिजन और डॉ. भट्ट के बीच काफी विवाद हुआ।