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अजब-गजब: इलाहाबाद में है ये अनोखा बच्चा, दूर-दूर से दर्शन को आते हैं लोग, दिया है ये नाम

मां को सता रहा ऐसा डर, डॉक्टर ने कहा...

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अनोखा बच्चा

इलाहाबाद. यूपी के इलाहाबाद में एक आश्चर्यचकित कर देने वाला मामला सामने आया है। दरअसल, कौंधियारा विकास खंड के कुकुढ़ी गांव में 3 साल के बच्चे की पूंछ निकली हुई है। इस पूंछ वाले बच्चे को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आ रहे हैं। यहीं नहीं कई लोग तो इसे ईश्वर का चमत्कार बता रहे तो कोई बजरंगबली का नाम दे दिए हैं और भगवान का अवतार मान कर बच्चे के दर्शन के लिए गांव पहुंच रहे हैं।


डॉक्टर बता रहा है हार्मोनल प्रॉब्लम
डॉक्टर इसे हारमोंस की प्रॉब्लम बता रहे हैं । जबकि गांव में अंधविश्वास के चलते बच्चा आस्था का केंद्र बनने लगा है । आसपास के कई गांवों से हर दिन लोग बच्चे को देखने पहुंचते हैं और इलाके में बच्चा बजरंगबली के नाम से फेमस हो चुका है ।

IMAGE CREDIT: Net

मां ने बताया बचपन बहुत छोटा था ये मांस
इलाहाबाद के कौंधियारा इलाके में कुकढी गांव है। यहां का रहने वाला रामसुंदर का परिवार इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। इसका कारण है 3 साल का बेटा कृष्णा, जिसकी कमर पर पूंछ निकली हुई है। कृष्णा की मां कविता यादव बताती है कि बेटे का जन्म 2 अक्टूबर 2014 को हुआ था । उस वक्त कृष्णा के पीठ पर कमर के पास एक छोटा सा मांस का टुकड़ा लटक रहा था जो पूंछ की आकार का था। परिजनों ने तय किया कि कुछ समय बाद बच्चा जब थोड़ा बड़ा होगा तो उसका ऑपरेशन करा कर यह मांस का टुकड़ा हटा दिया जाएगा, लेकिन जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होने लगा उसकी पूंछ का आकार भी बढ़ने लगा है। इससे परेशान परिजनों ने जब बच्चे को डॉक्टर को दिखाया तो डॉक्टर ने इसे हार्मोनल प्रॉब्लम बताते हुए ऑपरेशन की सलाह दी।


20 हजार में किसी एक को होती है ऐसी समस्या
डॉक्टर का कहना है कि यह एक तरह की हारमोंस प्रॉब्लम है। यह जल्दी किसी में देखने को नहीं मिलती है और ना ही यह खतरनाक होती है। इसे नॉर्मल ऑपरेशन से शरीर से काटकर अलग कर दिया जाता है । मेडिकल साइंस में इसका पूरी तरीके से इलाज है और लगभग 20 हजार लोगों में किसी एक को इस तरह की हारमोंस प्रॉब्लम होती है। हालांकि कभी-कभी यह होता है कि बाहरी ऑपरेशन के बाद भी इस तरह के मांस के टुकड़े का शरीर में शारीरिक परिवर्तन के साथ बढ़ने का क्रम जारी रहता है। तब अंदरूनी हिस्से का भी ऑपरेशन करना पड़ता है जो थोड़ा जटिल होता है, लेकिन मेडिकल साइंस इसमें पूरी तरीके से कारगर है और ऑपरेशन किया जा सकता है।