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कांग्रेस नेताओं का ऑडियो वायरल ,सियासी गलियारों में चर्चा

-लाख कोशिश के बावजूद गुटबाजी का शिकार है कांग्रेस - लोकसभा चुनाव में जमानत जब्त कराने के बाद भी नेताओं को होश नही -शीर्ष नेतत्व को गलत रिपोर्ट दे कर नंबर बढाने में लगे है

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प्रयागराज। कांग्रेस हाईकमान की लाख नसीहत और कोशिशों के बावजूद स्थानी कांग्रेसी नेताओं की गुटबाजी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। शीर्ष नेतृत्व जहां पार्टी को मजबूत करने के लिए सड़क से लेकर सदन तक दम भरने की कोशिश कर रहा है । तो वह स्थानीय नेता आपस में लड़कर पार्टी की छवि को धूमिल कर रहे हैं।

दरअसल प्रयागराज में कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता शीर्ष नेतृत्व के आवाहन पर उन्नाव पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए सड़क पर उतरकर अलग- अलग तरह से विरोध प्रदर्शन कर रहे है ।ऐसे में विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस के नेताओं का नाम अखबार में ना छपने को लेकर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता और अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष बीच के बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ है।जिसमें एक दूसरे को देख लेने की धमकी और गाली गलौज की जा रही है।

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कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के महानगर अध्यक्ष अरशद अली अर्शी और प्रदेश प्रवक्ता किशोर वार्ष्णेय के बीच का वायरल हुआ । कांग्रेस नेताओं का ऑडियो लोगों के बीच चर्चा का विषय है । दरअसल उन्नाव पीड़ित को न्याय दिलाने की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन हुआ । जिसकी सुचना पूर्व प्रदेश प्रवक्ता किशोर वार्ष्णेय ने जारी किया । लेकिन समाचार पत्रों में अरशद अली का नाम ना होने से वह भड़क गए । फोन पर हो रहे वार्तालाप में अरशद अली ने किशोर वार्ष्णेय से पूछा कि आपने मेरा नाम क्यों काट दिया। जिसको लेकर दोनों के बीच झड़प हुई।

ऑडियो वायरल होने के बाद कांग्रेसी नेताओं की एक बार फिर जमकर किरकिरी हो रही है । कांग्रेस की स्थानीय गुटबाजी सामने आई । बीते लोकसभा चुनाव में जिले की दोनों सीटों पर कांग्रेस की जमानत जब्त के होने बाद समीक्षा बैठक में वरिष्ठ नेताओं के सामने एक महत्वपूर्ण कारण गुटबाजी भी थी । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रवक्ता बाबा व्यवस्था ने कहा कि एक सामान्य सी बात है, लोगों को लगता है कि सब का नाम अखबारों में छपे लोग अपनी पहचान के लिए ही राजनीति करते हैं कभी.कभी हो जाता है कि लोगों का नाम नहीं होता इस मामले को इतना तूल देने की जरूरत नहीं है।