आले हसन की ओर से पेश हुए वकील वरिष्ठ अधिवक्ता एसएफ नकवी ने कोर्ट के सामने पक्ष रखते हुए कहा कि उनके सरकार बदलते ही मुवक्किल आले हसन खान राष्ट्रपति के हाथों गैलेन्ट्री अवार्ड से नवाजे जा चुके हैं। सरकार बदलने के बाद 2019-20 में उनके खिलाफ सियासी रंजिश के चलते 57 आपराधिक मुकदमे दर्ज किये गए। इनमें से 27 मामलों में हाईकोर्ट से गिरफ्तारी पर रोक लगी है तो 25 मामलों में सत्र न्यायालय ने अग्रिम जमानत मंजूर की है। उधर सरकार की ओर से उनके खिलाफ 57 मामले के आपराािक इतिहास को आधार बनाकर जमानत याचिका का विरोध किया गया। इसके साथ उन्हें कई मामलों में आजम खां के साथ आरोपी भी बताया गया। कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए दो बिंदुओं पर जमानत मंजूर कर ली।