प्रयागराजPublished: Jun 30, 2022 05:55:19 pm
Sumit Yadav
28 जुलाई 1988 को मोदी लखनऊ के स्टेडियम के अंदर स्थित बैडमिंटन हॉल में बैडमिंटन खेलने आए थे। खेलने के बाद जब वह स्कूटी से वापस जा रहे थे तो किसी ने जान से मारने की नीयत से उन पर फायरिंग कर दी। गेट पर कैंटीन में काम कर रहे प्रेमचंद यादव एक अलार्म बजाते हुए उनके पास आए और उन्हें बताया कि सैयद मोदी पर फायरिंग करने के बाद दो व्यक्ति सफेद रंग की मारुति कार से भाग रहे थे। घायल अवस्था में सैयद मोदी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
नेशनल बैडमिंटन चैंपियन सैयद मोदी हत्याकांड में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने दिया निर्देश, इस वजह से आरोपियों को नहीं मिली राहत