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बचपन में पटाखा और रंग-गुलाल की दुकान लगाने से लेकर जाने कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी बनने का सफर

2007 में शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र से जब नंद गोपाल गुप्त नंदी ने चुनाव लड़ा तो उन्हें 35 हजार वोट मिले थे। 2012 में यह आंकड़ा 48 हजार पहुंच गया हालांकि इस बार हार का सामना करना पड़ा। 2014 के लोकसभा चुनाव में एक लाख से अधिक वोट मिले थे। 2017 में वोटों की संख्या 93 हजार पार कर गई जबकि 2022 में मतों की संख्या 97487 पहुंच गई।

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बचपन में पटाखा और रंग-गुलाल की दुकान लगाने से लेकर जाने कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी बनने का सफर

बचपन में पटाखा और रंग-गुलाल की दुकान लगाने से लेकर जाने कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी बनने का सफर

प्रयागराज: अपनी मेहनत, लगन और संघर्ष के बल पर फर्श से अर्श तक पहुंचने वाले प्रयागराज शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र के नव निर्वाचित विधायक एवं उद्योगपति नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने फिर एक बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में अपनी जगह बनाई है। शुक्रवार को लखनऊ के इकाना स्टेडियम में देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व कई विशिष्ट अतिथियों के साथ ही हजारों लोगों की मौजूदगी में नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने लगातार दूसरी बार कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। मंत्री नन्दी 2007 से 2012 तक बसपा शासन काल में भी कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। तीसरी बार शपथ ग्रहण करने के बाद मंत्री नन्दी ने माननीय प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री एवं पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के साथ ही प्रयागराज शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र एवं प्रदेश की देवतुल्य जनता के प्रति आभार व्यक्त किया।

बचपन में लगाते थे पटाखा और रंग-गुलाल की दुकान

इलाहाबाद दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने नंद गोपाल गुप्त नंदी का बचपन चुनौतियों भरा रहा। प्रयागराज के बहादुरगंज मुहल्ले में 23 अप्रैल 1974 को उनका जन्म हुआ। पिता सुरेश चंद्र डाक विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थे। मां विमला देवी घर में सिलाई, बुनाई करती थीं। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण उनकी पढ़ाई हाईस्कूल तक ही हो सकी। वह घर में आर्थिक सहयोग देने के लिए बचपन में पटाखा, रंग-गुलाल की दुकान लगाते। परिस्थिति सुधरने पर 1992 में मिठाई की दुकान शुरू की। इसके बाद कारोबार को बढ़ाने का सिलसिला शुरू हुआ। उन्होंने एक ट्रक लिया फिर घी और दवाओं की एजेंसी भी ली। 1994 में एक रिश्तेदार के साथ मिलकर ईट भट्टे का भी कारोबार किया। आर्थिक रूप से सुदृढ़ होने पर नंदी ग्रुप आफ कंपनीज बनाई और अब व्यवसाय के क्षेत्र में किसी चमकते हुए सितारे से कम नहीं हैं।

प्रयागराज शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीत कर पहुंचे विधानसभा

2007 में शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र से जब नंद गोपाल गुप्त नंदी ने चुनाव लड़ा तो उन्हें 35 हजार वोट मिले थे। 2012 में यह आंकड़ा 48 हजार पहुंच गया हालांकि इस बार हार का सामना करना पड़ा। 2014 के लोकसभा चुनाव में एक लाख से अधिक वोट मिले थे। 2017 में वोटों की संख्या 93 हजार पार कर गई जबकि 2022 में मतों की संख्या 97487 पहुंच गई। पत्नी अभिलाषा गुप्ता नंदी हैं महापौर नंद गोपाल गुप्त नंदी की पत्नी अभिलाषा गुप्ता नंदी वर्तमान में प्रयागराज की महापौर हैं। इससे पहले वह 2012 में भी नगर निगम चुनाव जीत कर महापौर बनी थीं। परिवार में बेटा अभिषेक व नमन के अतिरिक्त बेटी जाह्नवी भी हैं।

जनता के अपनत्व ने आज शिखर तक पहुंचाया

शपथ ग्रहण करने के बाद कैबिनेट मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने देश के यशस्वी प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री के साथ ही सभी वरिष्ठ मंत्रीगण, संगठन, केंद्रीय मंत्रालय, व शीर्ष नेतृत्व के प्रति आभार व्यक्त किया। साथ ही प्रयागराज शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र की जनता के प्रति आभार व्यक्त किया, जिन्होंने उन्होंने लगातार दूसरी बार प्रयागराज शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र से अपना विधायक चुन कर उन्हें विधानसभा में भेजा। मंत्री नन्दी ने कहा कि उन्हें जो काम और जिम्मेदारी दी गई उसे उन्होंने सौ प्रतिशत पूरा करने का प्रयास किया।

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जाने मंत्री का परिचय

नाम- नंद गोपाल गुप्ता नंदी

पत्नी- अभिलाषा गुप्ता (मेयर)

उम्र- 47 साल

पिता- सुरेश चंद्र

माता- विमला देवी

बेटे- अभिषेक व नमन

बेटी- जान्हवी

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राजनीतिक करियर

2007 में प्रयागराज शहर दक्षिण से बसपा एमएलए और सरकार में कैबिनेट मंत्री।

2012 में सपा कैंडिडेट हाजी परवेज से 400 वोटों से पराजित।

2014 में कांग्रेस के टिकट से इलाहाबाद लोकसभा सीट से चुनाव लड़े और भाजपा के श्यामाचरण गुप्त से पराजित हुए।

2017 विधानसभा चुनाव में भाजपा में शामिल होकर इलाहाबाद दक्षिण सीट से चुनाव जीते।

2022 में फिर एक बार प्रयागराज शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े और जीते