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संगम नगरी में पानी से तबाही ,भयावह मंजर आपको हैरान कर देगा

locationप्रयागराजPublished: Sep 19, 2019 08:01:30 pm

लगातार बढ़ रहा जलस्तर खतरे के निशान को पार गई नदियाँ

Millions of lives stuck in Prayagraj severe floods

संगम नगरी में पानी से तबाही ,भयावह मंजर आपको हैरान कर देगा

प्रयागराज| गंगा और यमुना नदियों में आई बाढ़ ने ज़बरदस्त तबाही मचा रखी है। यहां बाढ़ की वजह से पांच लाख से ज़्यादा की आबादी प्रभावित है। हज़ारों की संख्या में लोग घर बार छोड़कर सुरक्षित जगहों पर शरण लेने को मजबूर हैं। शहर से लेकर गांव तक तमाम इलाके बाढ़ के पानी में डूबे हुए हैं। एनडीआरएफ की टीम पांच दिनों से कमान संभाले हुए है, जबकि बाढ़ से निपटने के लिए सेना से भी मदद मांगी गई है। तमाम इलाकों में पानी भरने की वजह से बारहवीं तक के सभी स्कूल कालेज अगले पांच दिनों तक बंद रखे जाने के आदेश दिए गए हैं। प्रयागराज में गंगा और यमुना दोनों नदियां डेंजर लेवल को पार कर गयी हैं।

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गंगा -यमुना नदियों के उफनाने से शहर के तीन दर्जन से ज़्यादा मोहल्ले बाढ़ की चपेट में हैं। छोटा बघाड़ा- दारागंज, सलोरी, करेलाबाग, राजापुर, अशोक नगर, रसूलाबाद, ओम गायत्री नगर, गंगा नगर, नेवादा, गौस नगर, बेली, कमला नगर, तेलियरगंज, बलुआघाट, दरियाबाद जैसे मोहल्लों में पांच हज़ार से ज़्यादा मकानों में बाढ़ का पानी भर गया हैं। यहां सड़कें और रास्ते बाढ़ के पानी में डूब गए हैं। सड़कों पर नावें चल रही हैं और इलाके टापू की शक्ल में नज़र आ रहे हैं। अब तक एक लाख से ज़्यादा लोग सुरक्षित जगहों पर भेजे गए हैं। ग्रामीण इलाकों का हाल और भी बुरा है। तीन तरफ से नदियों से घिरा हुआ है, लिहाजा गंगा यमुना और टोंस जैसी कई छोटी नदियों के कछारी इलाके के गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। लोग नावों पर गृहस्थी लादकर बाहर निकल रहे हैं। गंगापार इलाके में हालात ज़्यादा खराब हैं। बदरा- सोनौटी और गारापुर जैसे कई गावों का संपर्क बाकी जगहों से कट गया है। साठ से ज़्यादा गांवों के लोग बाढ़ की समस्या से जूझ रहे हैं।
एनडीआरएफ सहारा
मुश्किल वक्त में एनडीआरएफ की टीम लगातार बचाव अभियान में जुटी है। एनडीआरएफ की नावों से अब तक एक हज़ार के करीब लोग घरों से बाहर निकाले गए हैं। शहर में संगम जाने वाले रास्ते तीन किलोमीटर पहले से ही बाढ़ के पानी में समाए हुए हैं। तमाम मठ मंदिर और आश्रम भी बाढ़ में डूबे हुए हैं। जिलें में बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है। वैसे यहां के लोगों को अगले एक हफ्ते तक बाढ़ से निजात मिलने की कोई संभावना नज़र नहीं आ रही है। बाढ़ राहत केंद्रों में भीड़ लगातार बढ़ रही है, प्रशासन तमाम बुनियादी सुविधाओं का दावा भी कर रहा है। एडीएम वित्त एवं बाढ़ राहत प्रभारी एम पी सिंह के मुताबिक सेना को जहां अलर्ट पर रखा गया है। वहीं बाढ़ में फंसे लोगों को रेस्क्यू करने के लिए वायु सेना के हैलीकाफ्टर को भी तैयार रहने को कहा गया है।

बरसात ने बढाई मुसीबत
बहरहाल, बाढ़ से समूचे प्रयागराज में हाहाकार मचा हुआ है, लेकिन सरकारी अमला अभी कछुए की रफ़्तार से ही काम कर रहा है। रुक -रूककर हो रही बारिश लोगों की मुसीबतों को और बढ़ा रही है। राजस्थान -हरियाणा -उत्तराखंड और मध्य प्रदेश की नदियों व बैराजों से छोड़ा गया पानी प्रयागराज पहुंचने पर लोगों की मुसीबतें और बढ़नी तय है। ऐसे में प्रशासन ने बाढ़ में फंसे लोगों की मदद के लिए हेल्प लाइन नम्बर भी जारी किए हैं। अगर आपके कोई परिचित प्रयागराज की बाढ़ में फंसे हैं तो कंट्रोल रूम में 0532- 2641577 और 2641578 पर संपर्क कर मदद मांग सकते हैं।

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