
सामूहिक हत्याकांड : पीड़ित परिवार से मिलने पंहुचें कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ,कहा यूपी में जंगल राज
प्रयागराज। जिले के सोरांव थाना क्षेत्र के यूसुफपुर गांव में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की निर्मम हत्या कांड के बाद सियासी गलियारों में भी हलचल बढ़ गई है। संतुष्टि में जहां उत्तर प्रदेश के कानून मंत्री बृजेश पाठक ने सम्मिलित होकर आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे।तो वहीं मंगलवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू पीड़ित परिवार के सदस्यों से मिलने पहुंचे। उन्होंने परिवार को सात्वना दी और प्रदेश सरकार से परिजनों की सुरक्षा और हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की।
अपराधी खुले आम घूम रहे
कांग्रेसी नेता अजय कुमार लल्लू ने कहा कि प्रदेश में जंगलराज कायम है। सरकार को घेरते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा की अपराधी कत्लेआम कर खुले आम घूम रहे हैं।आम इंसान सुरक्षित नहीं रह गया है।उन्होंने मृतक सोनू के भाई मोनू को सांत्वना देते हुए कहा कि इस दुख की घड़ी में वह उनके परिजनों के साथ खड़े हैं। योगी प्रदेश सरकार पीड़ित परिवार की सुरक्षा और हत्यारोपियों की तत्काल गिरफ्तारी करें। कहा की सरकार के तमाम दावों के बाद भी प्रदेश में घटनाएँ नही रुक रही है।अपरधियों का इकबाल पुलिस के ख़त्म हो गया है। गौरतलब है की मृतकों की अंतेष्टि में पूर्व राज्य सभा सांसद प्रमोद तिवारी पंहुचे थे।
सपा का प्रतिनिधि मंडल
समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल भी गांव पहुंचा सपा नेताओं ने योगी सरकार पर जमकर हमला बोला। सपा नेताओं ने कहा कि योगी सरकार का यही रामराज्य है। वही ग्रामीणों ने सही अपराधियों को पकड़ कर जेल भेजने की बात कही है। इस प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि पुलिस मामले को गंभीरता से लेते हुए सही अपराधियों को जेल भेजे निर्दोषों के खिलाफ कार्यवाही नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह घटना बहुत दुखद है पीड़ित परिवार के लिए हर संभव मदद समाजवादी पार्टी करने को तैयार है। प्रतिनिधिमंडल में सपा के वरिष्ठ नेता कृष्णमूर्ति यादव संजय पटेल अशोक यादव दूधनाथ पटेल और महेश यादव शामिल रहे।
एसटीएफ की मदद
पुलिस अभी इस नतीजे पर भी नहीं पहुंच सकी है कि एक ही परिवार के पांच लोगों को बेरहमी से क़त्ल किये जाने की वजह आखिरकार क्या थी। पुलिस अफसरों ने इस मामले में अब यूपी एसटीएफ की भी मदद लेने का फैसला किया है। अफसरों ने यह दावा ज़रूर किया है कि उसकी कई टीमें इस मामले के वर्कआउट में काम कर रही हैं। कई दूसरे शहरों में भी घटना से जुड़े क्ल्यू तलाशे जा रहे हैं और जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा। हालाकी इस मामले में जिन सात लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। उनमें से हिरासत में लिए गए छह लोगों के वारदात में शामिल होने की अभी तक कोई बात सामने नहीं आ सकी है। इसी वजह से लगातार पूछताछ किये जाने और हिरासत में होने के बावजूद अभी उनकी गिरफ्तारी नहीं की गई है।
Published on:
07 Jan 2020 10:01 pm
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