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राजा भैया vs अतीक अहमद दोनों में से किसका है ज्यादा दबदबा

Raja Bhaiya vs Atiq Ahmed: यूपी के सियासत में हमेशा से बाहुबलियों का दबदबा रहा है। यूपी में न्याय के लिए लोग कानून का दरवाजा खटखटाने से पहले बाहुबलियों के दरवाजे पर जाते है।

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Raja Bhaiya vs Atiq Ahmed

राजा भैया vs अतीक अहमद

यूपी में हमेशा से बाहुबलियों का दबदबा रहा है। यूपी की राजनीति में भी एक बात बहुत खाश है कि बिना माफियाओं के साथ के कोई अपनी राजनीति नहीं चमका सकता। यूपी में बहुत बड़े- बड़े माफिया हुए है। जिनमे से अतीक अहमद और राजा भैया इन दो नामों की गिनती भी इन्ही बाहुबलियों में होती है। दोनों का रुतबा अपने अपने क्षेत्र में बहुत लंबे समय से चल रहा है।

हिंदू- मुस्लिम में दोनों की अलग- अलग पहचान
साल 1993 में राजा भैया और अतीक अहमद दोनों ने यूपी की सियासत में कदम रखा। यूपी में सरकार बनती गई और गिरती गई लेकिन इन दोनों बाहुबलियों के परचम को गिराने में कोई कामयाब नहीं हुआ। प्रतापगढ़ में जहां हिंदुओ का पूरा सपोर्ट राजा भैया को मिलता है तो वही इलाहाबाद जो अब प्रयागराज हो गया है में मुसलमाओं का पूरा वोट माफिया अतीक अहमद के लिए उठता है।

कौन है बड़ा बाहुबली
राजा भैया और अतीक अहमद ये दोनों की आपसी टक्कर शुरुआत से ही रही है। कई बार चुनाव के दौरान दोनों नेता एक दूसरे के गढ़ में जाके एक दूसरे के विरोध में जम कर बात करते है। 2018 में हुए फूलपुर उपचुनाव में राजा भैया ने अतीक के विरोध में अपने समर्थकों की फ़ौज उतार दी थी तो वही दूसरी तरफ अतीक ने भी राजा भैया के गढ़ में जाके कहा कि- राजा रानी का राज अब ख़त्म हो चुका है। क्योकि राजा रानी बैलेट पेपर से पैदा होते है।

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हालाकिं इस समय अतीक अहमद साबरमती जेल में बंद है और राजा भैया कुंडा के विधायक है लेकिन कोई किसी के कम नहीं है। अतीक अहमद के जेल जाने के बाद इमरान प्रतापगढ़ी की कसीद सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है जिसमें उन्होंने अतीक के लिए कहा की- “ये एक शायर का दावा है कभी भी रद्द नहीं होगा, तेरे कद के बराबर अब किसी का कद नहीं होगा। इलाहाबाद वालों बात मेरी याद रखना तुम, कई सदियों तलक कोई अतीक अहमद नहीं होगा।”