
two robbery incidents in 24 hours
प्रयागराज। अपराध पर लगाम लगाने के पुलिस के दावे शहर के पॉश इलाकों में ही फेल साबित हो रहे हैं। शहर के पॉश इलाकों में सुरक्षित रहने के लिए लाखों खर्च करके घर बनाने वालों के लिए अब सबसे असुरक्षित उन्ही का इलाका हो गया है। लोगों का घरों से निकल कर टहलना मुश्किल हो गया है। शहर के अलग-अलग इलाकों में पैसे लूटना छिनैती करना एक आम बात हो चुकी है। इन अपराधों के बीच कई बार पुलिस पर आरोप लगते हैं कि अपराधों की सूचना तो पुलिस को मिलती है लेकिन केस दर्ज करने में पुलिस आनाकानी करती है।
पुलिस विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक़ औसत है हर दिन इस तरह की घटना हो रही है। जिसमें सिविल लाइंस, जॉर्ज टाउन और दारागंज इलाका शामिल है। लेकिन ज्यादा तार मामलों में मुकदमा न दर्ज होने के बावजूद पुलिस रिकार्ड में जिले में लूट और छिनैती की रिपोर्ट दर्ज करने का डाटा 112 है। खास बात यह है कि वारदात को अंजाम देने वालों का शिकार ज्यादातर छात्र बन रहे हैं। जो यहां रहकर तैयारी करने आते हैं, पुलिस के पचड़े में पड़ना नहीं चाहते इसलिए वह भी एक दो बार जाकर थाने से लौट आते हैं। ऐसे ममाले में कोई केस भी दर्ज नही होता है।
जॉर्जटाउन एरिया लूट और छिनैती के लिए डेंजर जोन
बता दें की पिछले कुछ दिनों में शहर का जॉर्जटाउन एरिया लूट और छिनैती के लिए डेंजर जोन बन गया है। जॉर्ज टाउन थाना क्षेत्र के मेडिकल चौराहे से सीधे कटरा जाने वाली सड़क पर अंधेरा होते ही यह लुटेरे सक्रीय हो जाते हैं। वही सिविल लाइंस अलोपीबाग रोड पर डाटपुल चौराहे से थाने के आस-पास और बालसन चौराहे वाली रोड पर यह गैंग पूरी तरीके से सक्रिय होता है। सीएमपी डिग्री कॉलेज चौराहे से बालसन, जार्जटाउन थाने से सीधे आजाद पार्क अल्लापुर कुंदन गेस्ट हाउस से वहां के इलाकों में जाने वाली सड़क पर पूरा गैंग सक्रीय है।
सिविल लाइंस लुटेरों के लिए मुफित
यही हालत सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के जिला प्रशिक्षण संस्थान से सुभाष चौराहे के बीच सुभाष चौराहे से हार्ड डिस्ट्रिक्ट चौराहे से सिविल लाइन जाने वाली सड़क पत्थर गिरजाघर से हाईकोर्ट होते हुए पानी टंकी जाने वाले मार्ग पर सिविल लाइंस रोडवेज बस अड्डे से पीछे डी आर एम ऑफिस जाने वाली रोड़ पत्रिका चौराहे से हनुमान मंदिर के पास तक पहुंचने वाले रास्ते पर अंधेरा होते ही पिया गए होता है और घटनाओं को अंजाम देता है। बीते दिनों सीनियर पत्रकार के साथ साथ में पुलिस वालों के सामने लूट हुई और पुलिस मूक दर्शक बनी रही। लेकिन बाद में दबाव में आये प्रशासन ने अपने मातहतों की लगाम खिची है।
छह माह में 112 घटनाएं
बता दें की शहर में छह माह में 112 घटनाएं लूट और छिनैती कि हुई है। बीते 6 माह में हुई है 79 लूट की घटनाएं दर्ज की गई है 33 छिनैती की घटनाएं पंजीकृत की गई है। लेकिन इन सबके बावजूद भी मुकदमा दर्ज कराने जाने पर थानेदार साहब इसे क्राइम नहीं मानते मोबाइल लूट तो उनकी नजर में अपराध नही है। इसका मुकदमा दर्ज करवाना मतलब टेढ़ी खीर हो जाती है। यह आलम तब है जब आधे ज्यादा मामले दर्ज नही हो रहे है। एसपी सिटी बृजेश श्रीवासतव ने बताया की जहाँ से भी शिकायत मिली है वहां गस्त बढ़ा दी गई है।
Published on:
06 Aug 2019 02:07 pm
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