उनका कहना था कि सिलीसेढ़ झील पर करीब 9 से 10 फीट लंबे मगरमच्छ है। जहां यह पानी का गढ्ढा काफी गहरा है और यहां मछलियों की तादाद भी बड़ी संख्या में है। जिसमें मगरमच्छों के भोजन की व्यवस्था रहती है। यहां जो लोग घूमने आते हैं, वह मगरमच्छों को देखकर काफी खुश होते हैं। सर्दी के चलते पानी से बाहर निकल आते हैं। वन कर्मचारी पैतपुरवनचौकीभीमसिंह ने बताया कि सिलीसेढ झील में सैकड़ों की तादाद में मगरमच्छ है। यहां सुबह-शाम गश्त की जाती है। सुरक्षा के लिए दो होमगार्ड भी लगा रखे हैं। ऊपरा के समीप बने गड्ढे में मगरमच्छ सर्दियों के समय बाहर आ जाते हैं।