रियम की जलने और दम घुटने से मौके पर ही मौत हो गई। अयान को टपूकड़ा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उसे अलवर और फिर जयपुर रैफर कर दिया गया। लेकिन उसकी मौके पर ही मौत हो गई। आग से बालिका आयशा को मुश्किल से बचाया गया। बताया जा रहा है की आयशा भी झुलसी है, लेकिन उसे मामूली चोटें आई है।
धुआं देखकर आए ग्रामीणों ने आग बुझाई। लेकिन तब तक कमरा पूरी तरह जल चुका था। आग की चपेट में आने में मरियम की भी मौके पर मौत हो गई थी। घटना के बाद टपूकड़ा पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। वहीं दादी पौते की मौत के बाद गांव में शोक का माहौल है।