कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी का पिछले दिनों गठन किया गया है। प्रदेश में कांग्रेस संगठन को नया स्वरूप मिलने के बाद अब जिलों में कांग्रेस संगठन की सूरत बदलने की तैयारी है। अलवर जिले में कांग्रेस की जिला कार्यकारिणी गठन की प्रक्रिया जल्द शुरू होने की उम्मीद है। जिले की नई कार्यकारिणी में जिलाध्यक्ष लेकर अन्य पदों पर नियुक्ति होने की संभावना है। कारण है कि अभी अलवर जिला कांग्रेस के जिलाध्यक्ष टीकाराम जूली हैं, लेकिन राज्य सरकार में श्रम राज्य मंत्री का दायित्व सौंपा हुआ है। श्रम राज्य मंत्री की व्यस्तता के कारण अलवर जिले में गत विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के दो कार्यकारी जिलाध्यक्ष योगेश मिश्रा व पूर्व विधायक राजेन्द्र गण्डूरा मनोनीत किए गए थे। इस कारण जिला कार्यकारिणी के साथ ही कांग्रेस के जिलाध्यक्ष का चयन भी नए सिरे से होना है।
कार्यकर्ताओं को मिल सकेगी संगठन में जगह जिले में कांग्रेस की जिला कार्यकारिणी के गठन की सुगबुगाहट के साथ ही कार्यकर्ताओं को संगठन में पद मिलने की उम्मीद जगी है। कांगे्रस की पिछली जिला कार्यकारी में 200 से ज्यादा पदाधिकारी व सदस्य बनाए गए थे। इस कारण बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं को उम्मीद है कि उन्हें संगठन में जगह मिल सकेगी।
विधायकों को मंत्री पद की उम्मीद अलवर जिले में कांग्रेस व समर्थित विधायकों की संख्या 9 है, लेकिन अभी राज्य मंत्री मंडल में इनमें से एक ही विधायक टीकाराम जूली को जगह मिल पाई है। प्रदेश में मंत्री मंडल के पुनर्गठन की चर्चा लंबे समय से है, इस कारण जिले के अन्य कांग्रेसी व समर्थित विधायकों को मंत्री पद या सरकार में जगह मिलने की उम्मीद है।
दो यूआईटी अध्यक्ष की कुर्सी भी खाली राज्य सरकार की ओर से बोर्ड, निगम व न्यास में जल्द गैर सरकारी नियुक्तियों की बात कही जा रही है। अलवर जिले में भी अलवर व भिवाड़ी में यूआईटी चेयरमैन के पदों पर गैर सरकारी नियुक्तियां होनी है। जिले में कांग्रेस के कई नेताओं व कार्यकर्ताओं की नजर यूआईटी चेयरमैन की कुर्सी पर टिकी है।
जिला कार्यकारिणी का गठन जल्द
अलवर जिले में कांग्रेस की नई जिला कार्यकारिणी का गठन जल्द होगा। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष के निर्देशानुसार जिला कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा। टीकाराम जूली
जिलाध्यक्ष कांग्रेस अलवर व श्रम राज्य मंत्री