कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सिंह ने रविवार को अलवर आगमन पर अपने निवास फूलबाग पर स्वागत कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह से उनके परिवार के 50 साल से पारिवारिक सम्बन्ध हैं, वे उनसे बात करेंगे।
कार्यकर्ता की बात का एआइसीसी तक पहुंचाना ही लक्ष्य स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन जितेन्द्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस आलाकमान ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी है, जिसे निष्ठा के साथ निभाएंगे। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण की प्राथमिकता के सवाल पर सिंह ने कहा कि कार्यकर्ताओं की आवाज बुलंद कर एआइसीसी तक पहुंचाना उनका लक्ष्य रहेगा। महिला, युवा, मेहनती कार्यकर्ताओं को टिकट वितरण में मौका देने का प्रयास रहेगा। उन्होंने कहा कि वे दिल्ली में बैठकर या कार्यकर्ताओं को दिल्ली बुलाकर टिकट देने के बजाय फील्ड में ब्लॉक व बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं की बात सुनेंगे और उनकी भावना के अनुरूप ही टिकट देंगे। यूपी विधानसभा चुनाव में अन्य दलों से समझौते के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस बारे में पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ही बता पाएंगी। हालांकि मुझे पता चला है कि ऐसी बातें चल रही हैं। वैसे राजनीतिक मामलों के बारे में एआइसीसी ही बता पाएगी।
जनता ने योगी सरकार को देख लिया, बदलाव तय स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जनता ने योगी सरकार को देख लिया है। कोरोनाकाल में लोग मरते रहे, शवों को नदियों में बहाना पड़ा। यूूपी में जनता ने सभी दलों को परख लिया है और अब वह बदलाव चाहती है। जनता अब यूपी में विकास की नींव रखने वाली कांग्रेस को मौका देगी।
योगी सरकार ने सुपारी लेकर कराई हत्या जितेन्द्र सिंह ने आरोप लगाया कि यूपी में योगी सरकार ने सुपारी लेकर लोगों की हत्या कराई। उन्होंने कहा कि अपराधी को कड़ी सजा मिलनी चाहिए, लेकिन इसकी भी एक प्रक्रिया होती है। लेकिन योगी सरकार आपसी झगड़ों में बदले की भावना से काम करती रही है। एक सवाल के जवाब में सिंह ने कहा कि किसान आंदोलन का यूपी विधानसभा चुनाव में बड़ा असर होगा। किसान लंबे समय से सडक़ों पर बैठा है, लेकिन केन्द्र सरकार को उनसे कोई मतलब नहीं।
फेयर होगी टिकट वितरण प्रक्रिया स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन सिंह ने कहा कि यूपी चुनाव में टिकट वितरण पूरी तरह फेयर तरीके से होगा। पहले भी वे कई प्रदेशों की स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन व सदस्य रह चुके हैं, लेकिन कभी उन पर अंगुली नहीं उठी। उन्होंने कहा कि अलवर जिला कांग्रेस कमेटी के 6 साल का अध्यक्ष रहने का अनुभव के कारण ही वे आज इस मुकाम पर है।