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बहरोड़ में कांग्रेस व खेरली भाजपा जीती, राजगढ़ व तिजारा में निर्दलीयों का दबदबा

locationअलवरPublished: Dec 14, 2020 12:29:39 am

Submitted by:

Prem Pathak

अलवर. नगर पालिका चुनाव में अलवर जिले की छह नगर पालिकाओं में से बहरोड़ में कांग्रेस व खेरली में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिला। वहीं राजगढ़ तथा तिजारा में निर्दलीयों का दबदबा रहा है। किशनगढ़बास व खैरथल नगर पालिकाओं में कांग्रेस व भाजपा के बीच कांटे का मुकाबला है, लेकिन दोनों जगह चेयरमैन की चाबी निर्दलीयों के हाथ में रहना तय है।

बहरोड़ में कांग्रेस व खेरली भाजपा जीती, राजगढ़ व तिजारा में निर्दलीयों का दबदबा

बहरोड़ में कांग्रेस व खेरली भाजपा जीती, राजगढ़ व तिजारा में निर्दलीयों का दबदबा

अलवर. नगर पालिका चुनाव में अलवर जिले की छह नगर पालिकाओं में से बहरोड़ में कांग्रेस व खेरली में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिला। वहीं राजगढ़ तथा तिजारा में निर्दलीयों का दबदबा रहा है। किशनगढ़बास व खैरथल नगर पालिकाओं में कांग्रेस व भाजपा के बीच कांटे का मुकाबला है, लेकिन दोनों जगह चेयरमैन की चाबी निर्दलीयों के हाथ में रहना तय है।
अलवर जिले की छह नगर पालिकाओं में मतगणना सुबह 9 बजे शुरू हुई और आधे घंटे से पहले ही परिणाम मिलना शुरू हो गए। सबसे पहले नतीजे खेरली व खैरथल नगर पालिकाओं के मिलना शुरू हो गए। दोनों ही दलों के पदाधिकारी व नेता सुबह से मतगणना स्थल व बाहर सक्रिय हो गए तथा अपने जीते प्रत्याशियों के साथ ही निर्दलीयों को साधने में जुट गए। परिणाम घोषित होने के बाद कांग्रेस व भाजपा अपने-अपने जीते प्रत्याशियों के साथ समर्थन देने वाले निर्दलीयों को अपने खेमे में ले गए।
कांग्रेस ने बहरोड़ व भाजपा ने खेरली में किया उलटफेर
नगर पालिका चुनाव के रविवार दोपहर तक सभी नतीजे घोषित कर दिए गए। छह नगर पालिकाओं के चुनाव परिणाम में उलटफेर भी हुआ। बहरोड़ नगर पालिका के 35 वार्डों में से कांग्रेस ने 18 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया, जबकि भाजपा को 8 सीट ही मिल पाई। यहां 9 सीटें निर्दलीयों के खाते में गई। जबकि बहरोड़ में पिछली बार भाजपा का बोर्ड था। इसी प्रकार खेरली के 25 वार्डों में से भाजपा ने 13 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया, यहां कांग्रेस को 8 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा तथा चार निर्दलीय भी जीत दर्ज कराने में सफल रहे। वहीं चार नगर पालिकाओं में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है।
दो पालिकाओं में कांटे की टक्कर

किशनगढ़बास व खैरथल में कांगे्रस व भाजपा के बीच कांटे की टक्कर है। हालांकि इन दोनों पालिकाओं में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिल सका है और चेयरमैन पद की चाबी निर्दलीयों के हाथ में हैं। किशगनढ़बास के 25 वार्डों में भाजपा को 10 तथा कांग्रेस को 6 सीटें मिली हैं तथा 9 सीटों पर निर्दलीय विजयी रहे हैं। यहां स्पष्ट बहुमत के लिए 13 सीटों की जरूरत है। यहां स्पष्ट बहुमत के लिए भाजपा को 3 व कांग्रेस को 7 निर्दलीयों के सहारे की जरूरत है। इसी प्रकार खैरथल नगर पालिका के 35 वार्डों में कांगे्रस को 15 व भाजपा को 13 सीटें मिली हैं तथा 7 सीटों पर निर्दलीय विजयी हुए हैं। यहां स्पष्ट बहुमत के लिए कांग्रेस को 3 व भाजपा को 5 निर्दलीयों के समर्थन की जरूरत होगी।
निर्दलीयों ने कांग्रेस व भाजपा को पछाड़ा
जिले की नगर पालिका राजगढ़ व तिजारा में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिल सका है। दोनों ही पालिकाओं में निर्दलीय प्रत्याशियों ने कांग्रेस व भाजपा से ज्यादा सीटें जीती। राजगढ़ के कुल 35 वार्डों में से 20 में निर्दलीय प्रत्याशियों ने बाजी मारी। यहां भाजपा 14 को सीटें मिली हैं, लेकिन वह स्पष्ट बहुमत से 4 सीटें दूर रही है। यहां कांग्रेस को मात्र एक ही सीट पर ही संतोष करना पड़ा। इसी तरह तिजारा में भी निर्दलीयों का दबदबा रहा है। यहां कुल 25 वार्डों में से 19 निर्दलीय जीते हैं, वहीं कांग्रेस को 3, भाजपा को 2 तथा एक सीट सीपीआई के खाते में गई है।
एक दशक बाद कांग्रेस का खाता खुला

राजगढ़ नगर पालिका में कांग्रेस एक दशक बाद अपना खोता खोलने में सफल रही। हालांकि यहां कांग्रेस को मात्र एक सीट मिल सकी। राजगढ़ पालिका में गत दो बोर्ड में कांग्रेस के एक भी पार्षद नहीं जीत पाया था। इस बार कांग्रेस ने 9 वार्डों में ही अपने प्रत्याशी उतारे थे, शेष में निर्दलीय प्रत्याशियों को समर्थन दिया था। वहीं तिजारा में भी कांग्रेस जीरो से बढकऱ तीन सीट तक पहुंचने में कामयाब रही है।
अन्य दलों में सीपीआई ही माजूदगी जता सकी

नगर पालिका चुनाव में इस बार तीसरे दल के रूप में तिजारा में सीपीआई को एक सीट मिली है। वहीं कांग्रेस व भाजपा के अलावा अन्य कोई दल पालिका चुनाव में अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करा पाया।
कांग्रेस, भाजपा पर निर्दलीय भारी

जिले की छह नगर पालिकाओं के 179 वार्डों के लिए गत 11 दिसम्बर को वोट डाले गए थे, वहीं खैरथल में भाजपा की एक प्रत्याशी पहले ही निर्विरोध निर्वाचित घोषित हो चुकी है। इन छह नगर पालिकाओं के 180 वार्डों में सबसे ज्यादा 68 सीटें निर्दलीयों के खाते में गई है। वहीं भाजपा को 60 व कांग्रेस को 51 वार्डों में जीत मिल सकी। एक सीट सीपीआई के खाते में गई।
दोनों दल तोडफ़ोड़ से आशंकित
नगर पालिकाओं के चुनाव नतीजे घोषित होने के बाद भी कांग्रेस व भाजपा अपने पार्षदों की तोडफ़ोड़ को लेकर आशंकित है। इसमें भाजपा को पार्षदों के तोडफ़ोड़ की आशंका ज्यादा है। कारण है कि गत नगर परिषद चुनावों में अलवर में भाजपा के पास जरूरत के हिसाब से पार्षदों की व्यवस्था के बाद भी कांग्रेस अपना चेयरमैन बनाने में सफल रही थी, वहीं भिवाड़ी में भी नगर परिषद के चेयरमैन चुनाव में भाजपा को तगड़ा झटका लगा था। हालांकि कांग्रेस भी अंदरखाने कुछ आशंकित है। हालांकि नतीजों की घोषणा के साथ ही कांग्रेस व भाजपा ने जीते प्रत्याशियों की बाड़ाबंदी तेज कर दी।
सुबह 9 बजे शुरू हुई मतगणना

जिले की सभी 6 नगर पालिकाओं में सुबह 9 बजे मतगणना शुरू और करीब 9.15 से पहले खैरथल में पहला नतीजा आया। दोपहर 12 बजे से पहले ज्यादातर वार्डों की मतगणना पूरी कर नतीजे घोषित कर दिए गए। सभी नगर पालिकाओं में मतगणना शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुई।
सुबह से ही मनने लगा जश्न
सुबह 9 बजे मतगणना शुरू होने के आधे घंटे में ही मतगणना स्थल पर जश्न के नजारे दिखने लगे। जीतने वाले प्रत्याशियों की ओर से जयकारे और खुशी का माहोल दिखाई दिया। मतगणना स्थल के बाहर व शहर में भी जगह-जगह जीत-हार के चर्चे व जश्न के नजारे दिखाई दिए। वहीं विजयी प्रत्याशियों ने कस्बे में जीत का जश्न मनाते हुए जुलूस भी निकाले।
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