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पीडि़त परिवार से मिले कैबिनेट मंत्री जूली, आर्थिक सहायता दी, बच्चों को जयपुर में शिक्षा का दिया भरोसा

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली रविवार को मूक-बधिर बालिका के परिवार से मिले और इस घटना पर दुख जताते हुए निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया, साथ ही निजी स्तर पर 50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता, बच्चों को जयपुर में आवासीय विद्यालय में शिक्षा दिलाने तथा परिवार के लोगों को जयपुर में रोजगार मुहैया कराने या नगर परिषद में संविदा पर नौकरी देने का प्रस्ताव दिया

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अलवर

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Prem Pathak

Jan 17, 2022

पीडि़त परिवार से मिले कैबिनेट मंत्री जूली, आर्थिक सहायता दी, बच्चों को जयपुर में शिक्षा का दिया भरोसा

पीडि़त परिवार से मिले कैबिनेट मंत्री जूली, आर्थिक सहायता दी, बच्चों को जयपुर में शिक्षा का दिया भरोसा

अलवर. सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली रविवार को मूक-बधिर बालिका के परिवार से मिले और इस घटना पर दुख जताते हुए निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया, साथ ही निजी स्तर पर 50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता, बच्चों को जयपुर में आवासीय विद्यालय में शिक्षा दिलाने तथा परिवार के लोगों को जयपुर में रोजगार मुहैया कराने या नगर परिषद में संविदा पर नौकरी देने का प्रस्ताव दिया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पीडि़त परिवार के साथ है। जूली ने पीडि़त परिवार को जानकारी दी कि इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस मामले को गंभीरता से लेकर पूरे प्रकरण की स्वयं मॉनिटरिंग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस को निर्देशित किया गया है कि मामले का जल्द से जल्द खुलासा करे।

दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नही जाएगा

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने कहा कि इस घटना की जानकारी मिलते ही उन्होंने स्वयं जिला पुलिस अधीक्षक और जिला कलक्टर से फोन पर बात कर पीडि़त परिवार का तत्काल शुरू करने, पीडि़त परिवार को सुरक्षा देने और समुचित आर्थिक सहायता के निर्देश दे दिए थे। पीडि़ता की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे तत्काल जयपुर रैफर कराया गया। पीडि़त बालिका अब खतरे से बाहर है। जूली ने कहा कि उनके निर्देश पर जिला प्रशासन ने घटना के अगले ही दिन पीडि़त परिवार को 3.50 लाख रुपए की अंतरिम सहायता स्वीकृत की। वे खुद जानकारी मिलते ही जेके लोन अस्पताल जाकर पीडि़ता और परिवार से मिले है। उन्होंने कहा कि परिजन राज्य सरकार की ओर से मुहैया कराई गई चिकित्सकीय व्यवस्था एवं अंतरिम सहयोग राशि तथा घटना को लेकर बरती जा रही पारदर्शिता से संतुष्ट है। मूक बधिर बच्ची के लिए विशेष शिक्षकों से काउंसलिंग की जा रही है ताकि बच्ची के बयानों के आधार पर मामले का खुलासा किया जा सके। मंत्री जूली ने परिवार को मौके पर 50 हजार रुपए आर्थिक सहायता देते हुए पीडिता के भाई-बहन की पढ़ाई एवं परिजनों को संविदा पर नौकरी दिलाने के लिए आश्वस्त किया।


संवेदनशील मामले पर राजनीति उचित नहीं

मंत्री जूली ने विपक्ष से कहा कि पीडि़त परिवार की मनोदशा की चिंता किए बिना उक्त घटना पर राजनीति करना उचित नहीं है। उन्हें मामले पर संजीदगी बरतनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि विमंदित बालिका प्रकरण में भारतीय जनता पार्टी की ओर से राजनीतिक रोटी सेंकने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा पुलिस मामले का निष्पक्ष अनुसंधान कर रही है फिर भी पीडि़त परिवार चाहे तो किसी भी जांच एजेंसी से राज्य सरकार जांच कराने को तैयार है।