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प्रदेश भर को रोजगार दे रही जिले की कम्पनियां, अलवर के युवा तरसे

अलवर. औद्योगिक दृष्टि से अलवर प्रदेश में अग्रणी जिलों में शुमार अलवर जिले की कम्पनियां प्रदेश भर के युवाओं के लिए रोजगार का जरिया बन रहा है, लेकिन अलवर जिले का युवा रोजगार को मोहताज है। कारण है कि गत जनवरी में अलवर में लगने वाला राज्य स्तरीय मेले का स्थगित होना।

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अलवर

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Prem Pathak

Mar 15, 2023

प्रदेश भर को रोजगार दे रही जिले की कम्पनियां, अलवर के युवा तरसे

प्रदेश भर को रोजगार दे रही जिले की कम्पनियां, अलवर के युवा तरसे

अलवर. औद्योगिक दृष्टि से अलवर प्रदेश में अग्रणी जिलों में शुमार अलवर जिले की कम्पनियां प्रदेश भर के युवाओं के लिए रोजगार का जरिया बन रहा है, लेकिन अलवर जिले का युवा रोजगार को मोहताज है। कारण है कि गत जनवरी में अलवर में लगने वाला राज्य स्तरीय मेले का स्थगित होना। इस मेले में 100 से ज्यादा कम्पनियों एवं प्रदेश भर के साढ़े आठ हजार से ज्यादा युवाओं ने पंजीयन कराया था। सरकार के एक फरमान से यह रोजगार मेला अचानक स्थगित करना पड़ा, जिससे हजारों युवाओं के अरमानों पर पानी फिर गया।

वर्तमान समय में सरकार रोजगार मेले का आयोजन कर युवाओं को रोजगार देेने का दावा करती रही है। राज्य सरकार की ओर से जनवरी 2019 से जनवरी 2023 तक प्रदेश में 1062 रोजगार सहायता शिविरों का आयोजन कर 108890 युवाओं को रोजगार मुहैया कराया गया। इनमें से 87173 बेरोजगार आशार्थियों का निजी क्षेत्र की कम्पनियों में प्राथमिक चयन किया गया, 6363 आशार्थियों को स्वरोजगार के अवसर प्रदान किए गए। वहीं 15354 आशार्थियों का प्रशिक्षण के लिए चयन किया गया।

रोजगार देने में अलवर जिले के उद्योग आगे

प्रदेश भर में लगने वाले रोजगार मेलों में अलवर जिले के भिवाड़ी, नीमराणा, खुश्खेड़ा, एमआइए तथा आसपास गुरूग्राम, मानेसर आदि क्षेत्रों की कम्पनियां युवाओं का रोजगार के लिए चयन करने में आगे रहती हैं। जिले में अनेक बड़े उद्योग युवाओं की रोजगार के लिए पहली पसंद रहे हैं। हजारों की संख्या में बाहरी युवाओं को रोजगार देने के बावजूद अलवर जिले के बड़ी संख्या में युवा इनमें नौकरी को तरसते रहते हैं।

अलवर को छोड़ दूसरे जिलों पर ज्यादा ध्यान

राज्य सरकार का ध्यान अलवर में राज्य स्तरीय रोजगार मेला आयोजन पर कम है। यही कारण है कि सरकार अब तक जयपुर, बीकानेर, उदयपुर में राज्य स्तरीय रोजगार मेलों का आयोजन कर चुकी है, वहीं आगामी 23- 24 मार्च को भरतपुर में राज्य स्तरीय रोजगार आयोजित करने जा रही है। जबकि अलवर में गत 19-20 जनवरी को लगने वाला राज्य स्तरीय रोजगार मेला ऐन समय पर स्थगित कर दिया। फिलहाल सरकार ने अलवर में राज्य स्तरीय रोजगार मेले की तारीख तय नहीं की है।

अलवर में 1.29 लाख और प्रदेश में 18 लाख से ज्यादा बेरोजगार

रोजगार कार्यालय में अलवर जिले में एक लाख 29 हजार 11 बेरोजगार पंजीकृत हैं। इनमें 81 हजार 110 पुरुष व 47 हजार 867 महिला बेरोजगार है। वहीं 35 अन्य पंजीकृत है। इसी प्रकार प्रदेश भर में 18 लाख 40 हजार 44 बेरोजगार पंजीकृत हैं, इनमें 11 लाख 22 हजार 90 पुरुष एवं 7 लाख 17 हजार 555 महिलाएं पंजीकृत हैं। वहीं 399 अन्य बेरोजगार पंजीकृत हैं।

मेलों से प्रदेश में एक लाख से ज्यादा को रोजगार का दावा

राज्य सरकार का दावा है कि जनवरी 2019 से जनवरी 2023 तक प्रदेश में 1062 रोजगार मेलों का आयोजन किया गया, इनमें 87 हजार 173 का कम्पनियों में प्राथमिक चयन हुआ, वहीं 6363 को स्वरोजगार एवं 15 हजार 354 को प्रशिक्षण दिलाया। यानि एक लाख 8 हजार 890 को लाभाविंत कराने का दावा किया गया है। इनमें अलवर जिले में 53 रोजगार शिविर लगाए गए, इनमें 10 हजार 619 का प्राथमिक चयन, 135 को स्वरोजगार एवं 50 युवाओं को प्रशिक्षण दिलाया गया। यानी अलवर जिले में 10 हजार 804 युवाओं को लाभांवित करने का दावा किया गया है।