
गुजरात के वडोदरा स्थित रोडवेज बस स्टैंड की तर्ज पर अलवर के हनुमान सर्किल पर रोडवेज बस स्टैंड को बनाने की योजना है। गुजरात का बस स्टैंड देश में सबसे खूबसूरत माना जाता है। हनुमान सर्किल के लिए 60 करोड़ रुपए की मंजूरी मिली है। इसे पीपीपी मॉडल पर बनाने की योजना है।
पहले यह योजना बनी थी कि शहर के मुय रोडवेज बस स्टैंड से थानागाजी, नारायणपुर, सरिस्का होते हुए जयपुर जाने वाली बसों का संचालन का होगा। नए बस स्टैंड से दिल्ली, भिवाड़ी, गुडगांव, आगरा, मथुरा, भरतपुर राजगढ़ तथा दौसा होते हुए जयपुर की ओर जाने वाली रोडवेज बसों का संचालन होगा, लेकिन अब यूआईटी मौजूदा बस स्टैंड को पूरी तरह समाप्त कर हनुमान सर्किल पर ही बड़ा बस स्टैंड बनाना चाहती है।
यूआईटी ने 8 साल पहले नए बस स्टैंड के लिए प्रस्ताव पास किया था। हनुमान सर्किल पर इसे स्थापित करने की योजना थी। मंदिर माफी की जमीन यहां काफी बड़ी है। सड़क के दोनों ओर जमीन होने से आसानी होगी। करीब 50 बीघा जमीन यहां देख ली गई।
यूआईटी यह जगह बस स्टैंड के लिए देने को तैयार है, लेकिन निगम ने अब तक सहमति नहीं जताई। वर्तमान रोडवेज बस स्टैंड की अपनी करीब 3 हेक्टेयर जमीन है, जो कम है। हालांकि यह शहर के मध्य में होने के कारण बेशकीमती है। यदि यहां से बस स्टैंड हनुमान सर्किल पर आएगा तो यूआईटी इस जमीन पर दूसरा प्रोजेक्ट लॉन्च कर सकती है।
हनुमान सर्किल पर रोडवेज बस स्टैंड भले ही मंजूर हो गया हो, लेकिन इसकी राह आसान नहीं है। इसे जमीन पर लाने के लिए जमीन चाहिए, जो 8 साल में भी नहीं मिल पाई। यूआईटी जमीन का करार राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम (आरएसआरटीसी) से करेगी। इसके लिए पत्राचार हो चुका, लेकिन बात नहीं बन पाई। बताते हैं कि निगम अपनी जमीन शहर से नहीं छोड़ना चाहता। यह जमीन कीमती है। हालांकि यूआईटी ने साफ कर दिया कि इसी कीमत की जमीन वह देगी।
पुराना रोडवेज बस स्टैंड पूरा ही हनुमान सर्किल पर स्थापित करने की योजना है, लेकिन इसके लिए रोडवेज प्रशासन की सहमति जरूरी है। जमीन उसी के बाद अलॉट की जाएगी। - स्नेहल नाना, सचिव यूआईटी
शहर में बने पुराने रोडवेज बस स्टैंड की जमीन कम है। बसों के संचालन से यातायात का भार शहर में बढ़ रहा है, जिससे जनता को परेशानी होती है। अन्य वाहन जैसे टैक्सी, रिक्शा आदि भी सवारियों के लिए यहां खड़े होते हैं, जिससे जाम लगता है। ऐसे में पूरा रोडवेज बस स्टैंड ही हनुमान सर्किल पर शिफ्ट होना चाहिए। इसके लिए प्रस्ताव विभागों को जल्दी आगे बढ़ाने चाहिए ताकि जल्द बस स्टैंड बन सके। -प्रमोद शर्मा, रिटायर्ड एक्सईएन, यूआईटी
रोडवेज बस स्टैंड के मामले में सभी निर्णय मुख्यालय स्तर से होंगे। हमारे स्तर से इसमें कोई भी निर्णय नहीं होना है। सपना मीणा, चीफ मैनेजर, अलवर डिपो
यह भी पढ़ें:
Rajasthan Budget 2025: अलवर शहर में हनुमान चौराहे पर नया बस स्टैंड, 60 करोड़ मंजूर…
Published on:
03 Mar 2025 12:00 pm
बड़ी खबरें
View Allअलवर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
