
alwar Robbery Case: अलवर शहर के पॉश एरिया आर्य नगर स्कीम-1 में हुई डकैती की वारदात का पुलिस ने मंगलवार को खुलासा कर दिया। घर की नौकरानी ने वारदात के लिए रैकी की और बेसमेंट का दरवाजा खुला छोड़ा। इसके बाद पांच बदमाशों ने बेसमेंट के रास्ते से घर में घुस बुजुर्ग दम्पती को बंधक बना डकैती की वारदात को अंजाम दिया और फरार हो गए। पुलिस ने युवती समेत सभी छह मुल्जिमों को गिरफ्तार कर लिया है। जिनसे वारदात और माल बरामदगी को लेकर गहनता से पूछताछ की जा रही है।
जिला पुलिस अधीक्षक संजीव नैन ने बताया कि 217 आर्यनगर स्कीम-एक निवासी नीरज गर्ग 18 नवम्बर को परिवार सहित रामपुर शादी में गए थे। पीछे से उनके बुजुर्ग माता-पिता घर में थे। 20 नवम्बर की रात करीब 2 बजे पांच नकाबपोश बदमाश बाउंड्री कूदकर अंदर आए और बेसमेंट के रास्ते से घर में घुस गए। बुजुर्ग दम्पती हरीशचंद्र गर्ग और तारादेवी को बंधक बना डकैती की वारदात को अंजाम दिया। घर की तिजोरी और अलमारी से लाखों रुपए की नगदी और जेवरात लूट ले गए। करीब 50 पुलिसकर्मियों की टीम ने पांच दिन में वारदात का खुलासा करते हुए आरोपी हरियाणा के हिसार जिले के हांसी थाना क्षेत्र के हांसी चारकुतब गेट सिटी निवासी सुजल (21) पुत्र हंसराज वाल्मीकि, ऋषि (21) पुत्र अमित कुमार वाल्मीकि, हन्नू (24) पुत्र सुरेश कुमार वाल्मीकि, आर्यन (22) पुत्र विवेक कुमार वाल्मीकि, वाल्मीकि चौक मोहल्ला-हिसार निवासी सचिन (24) पुत्र प्रहलाद वाल्मीकि और नीलम उर्फ कंचन (25) पुत्री अशोक जाटव निवासी मेव बोर्डिंग के पीछे अलवर को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस पूछताछ में नौकरानी नीलम ने खुलासा किया कि उसने अपने दोस्त आर्यन को बताया कि उसके मालिक नीरज गर्ग अपने परिवार के साथ छह-सात दिन के लिए शादी में शहर से बाहर जा रहे हैं। जिनके घर में काफी पैसा है। यह बात नीलम को इसलिए पता थी कि क्योंकि वह उनके घर में सफाई का काम करती थी।
नीलम ने आर्यन को मोबाइल पर नीरज गर्ग के घर का फोटो भेजकर रैकी की। वारदात करने के उद्देश्य से सभी आरोपी पहले गुरुग्राम में एक जगह इकट्ठा हुए। वारदात की प्लानिंग की। 20 नवम्बर को सभी एक साथ अपने मोबाइल बंद कर वारदात के लिए टैक्सी कार से अलवर आ गए। टैक्सी कार और ड्राइवर को रेलवे स्टेशन के सामने छोड़कर ई-रिक्शा के माध्यम से भगतसिंह सर्किल पहुंचे। वहां से पैदल चलकर स्कीम-एक पहुंचे। बदमाशों को पता था कि घर के बेसमेंट का दरवाजा खुला हुआ है जिससे वे आसानी से घर में दाखिल हो गए।
वारदात को अंजाम देने वाले आर्यन और नीलम की सोशल मीडिया के जरिए दोस्ती हुई थी। आर्यन और अन्य आरोपियों के साथ मारपीट व हत्या के प्रयास के मुकदमे में वांछित होने के कारण फरारी काट रहे थे। इस कारण आरोपियों को पैसे की जरूरत थी। दोस्त आर्यन की पैसों की जरूरत को पूरा करने के लिए नीलम ने उसे डकैती डालने के लिए अपने मालिक का घर बताया।
Published on:
27 Nov 2024 11:53 am
बड़ी खबरें
View Allअलवर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
