शहर के समीप मीणापुरा स्थित आरएसी ट्रेनिंग सेंटर में 20 अप्रेल से 15 मई तक अलवर, भरतपुर, करौली, दौसा और सवाई माधोपुर जिलों के युवाओं की सेना भर्ती आयोजित की जानी है। सेना भर्ती को लेकर जिला प्रशासन स्तर पर तैयारी भी पूरी कर ली गई है।
कोरोना की दूसरी लहर घातक कोरोना की दूसरी लहर अलवर जिले के लिए घातक साबित हो रही है। पिछले करीब 15 दिनों में अलवर जिले में करीब 2 हजार कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं, वहीं सेना भर्ती वाले अन्य जिलों में भी कोरोना संक्रमण की लगभग यही रफ्तार है। कोरोना संक्रमण के तेजी से फैलने के कारण सरकार को स्कूल की परीक्षाएं रद्द व स्थगित करने के निर्णय करने पड़े हैं, वहीं पहले रात 8 बजे और आगामी 16 अप्रेल से शाम 6 बजे नाइट कफ्र्यू एवं सप्ताह में एक दिन बाजार बंद करने के निर्णय करने पड़े। ऐसी स्थिति में सेना भर्ती रैली भी प्रशासन के लिए बड़ी परेशानी बन सकती है। इसी आशंका को देख जिला प्रशासन ने पूर्व में ही इस सम्बन्ध में सरकार से मार्गदर्शन मांग लिया।
हजारों की संख्या में युवाओं के आने की उम्मीद कोरोनाकाल के बाद अलवर में होने वाली पहली सेना भर्ती रैली है, इसमें अलवर सहित अलवर सहित 5 जिलों के युवाओं को शामिल होना है। लंबे समय बाद सेना भर्ती रैली होने के कारण बड़ी संख्या में युवाओं के आने की उम्मीद है। ऐसे में प्रशासन के लिए कोराना गाइडलाइन की पालना कराना आसान नहीं होगा। हालांकि सेना भर्ती रैली में कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट प्रस्तुत करने वाले युवाओं को ही इसमें हिस्सा लेने की अनुमति प्रदान की जानी है, लेकिन बड़ी संख्या में युवाओं व उनके साथ आने अन्य लोगों की कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट की जांच करना भी आसान नहीं है।