
अलवर शहर में कैफे-रेस्त्रा की आड़ में जगह-जगह अवैध अड्डे खुल गए हैं। जहां खुलेआम अनैतिक गतिविधियां चल रही हैं। हाल ही एक कैफे में कॉलेज छात्रा से बलात्कार का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पूर्व में ऐसी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं, लेकिन फिर भी इन कैफे के खिलाफ पुलिस सख्ती से कार्रवाई नहीं कर रही है।
अलवर शहर में 40 से ज्यादा कैफे चल रहे हैं। इनमें से 70 फीसदी कैफे अकेले शहर कोतवाली थाना इलाके में संचालित हैं। ज्यादातर कैफे संचालकों ने अपने लकड़ी या पर्दे के पार्टेशन कर केबिन बनाए हुए हैं तथा उनमें बैड-कम-सोफा लगाए हुए हैं। जहां स्कूल-कॉलेज के छात्र-छात्रा व उम्रदराज लोग आते हैं और अनैतिक गतिविधियों को अंजाम देते हैं।
गेस्ट हाउस में भी यही हाल
शहर में कई ऐसे होटल, लॉज और गेस्ट हाउस खुले हुए हैं। जहां दिनभर अनैतिक गतिविधियां चलती हैं। युवक-युवती आते हैं और रूम बुक कराकर अनैतिक गतिविधियों को अंजाम देते हैं। फिर एक-दो घंटे में रूम खाली कर निकल जाते हैं।
सब कुछ पुलिस की जानकारी में, कार्रवाई नहीं
शहर में संचालित कैफे, रेस्त्रा आदि की पुलिस को जानकारी है, लेकिन कार्रवाई के नाम पर कभी- कभार जांच हो पाती है। कैफे संचालक थानों में बीट कांस्टेबल, स्पेशल टीम के सदस्य, टीआई या फिर एचएम को कैफे व रेस्त्रा आदि में अनैतिक गतिविधियों की जानकारी होने के बाद भी कार्रवाई नहीं होती। कभी- कभार इन कैफे पर उच्च स्तर पर रेड की तैयारी होती है तो ये पुलिसकर्मी तुरंत कैफे संचालकों को इसकी जानकारी पहुंचा देते हैं।
यहां चल रहे कैफे
अलवर शहर में नंगली सर्किल, रोड नम्बर दो स्थित जय कॉम्पलेक्स, मनुमार्ग, अग्रसेन ओवरब्रिज के समीप, स्कीम-एक, स्कीम-दो, स्कीम-तीन, अम्बेडकर चौराहा के समीप, जेल चौराहा के आसपास, क्रॉस प्वाइंट मॉल तथा मॉल के पीछे, विजय नगर, बुधविहार, शिवाजी पार्क व 60 फीट रोड पर कैफे खुले हैं।
शहर में संचालित कैफे का कोई सर्वे नहीं कराया हुआ है। अनैतिक गतिविधियां संचालित करने वाले कैफे के खिलाफ पूर्व में पुलिस ने सख्त कार्रवाई की थी। सीज कराया था। सभी कैफे पर निगरानी रखी जाएगी।
-आनंद शर्मा, एसपी, अलवर।
Published on:
08 Sept 2023 06:49 pm
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