अलवर. जिले में पिछले चार-पांच दिन से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। रोजाना दोपहर तीन बजे बाद बारिश हो रही है। शुक्रवार को जिले में कई जगह तेज हवा के साथ बारिश हुई, वहीं राजगढ़ क्षेत्र के दर्जनों गांवों में शाम को बारिश के साथ ओले गिरे। ओलों से खेतों मेें गेहूं की फसल पसर गई जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है। इधर, रात लगभग साढ़े नौ बजे नौगांवा में बारिश के साथ ओले गिरे। शहर में देर रात तक बारिश का दौर चला। बारिश व ओलों से किसान चिंतित हो गए।
अलवर शहर में सुबह करीब 7 बजे मेघ गर्जन के साथ बरसात हुई। इससे मौसम ठंडा हो गया । इसके बाद दिन भर मौसम खुला रहा। सूर्यदेव के दर्शन भी हुए। दोपहर बाद कहीं-कहीं पर बादल भी नजर आए। अलवर जिले के राजगढ़, नौगांवा, मालाखेडा, टहला क्षेत्र में बारिश के साथ ओले गिरे। करीब साढे ़तीन बजे ओलों की बरसात शुरू हो जो करीब आधा घंटे तक चली। इससे यहां पर ठंड बढ़ गई। गांव में घरों के बाहर व छतों पर ओलों की परत जमा हो गई और खेतों में भी ओलों की चादर बिछ गई। ओलों की बरसात इतनी अधिक थी कि खेतों में खड़ी फसल खराब हो गई। इससे किसानों के चेहरे पर परेशानी की लकीरें नजर आई। राजगढ़ के तालाब निवासी किसान रिंकू मीना ने बताया कि ओलों की बरसात इतनी तेज थी कि घर के बाहर एक फीट तक ओले नजर आए। इनको फावडे की सहायता से उठाया गया। किसानों ने बताया कि खेतों में खड़ी फसल खराब हो चुकी हैं। आए दिन मौसम खराब होने से फसल नहीं कट पा रही थी, अब बरसात के बाद फसल पूरी तरह खराब हो गई है।
शुक्रवार को अधिकतम तापमान- 29.6 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम 15.5डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग ने जयपुर संभाग में शनिवार को बरसात की चेतावनी दी है।
राजगढ़. राजगढ़, टहला सहित आसपास के दर्जनों गांवों में शुक्रवार शाम बैमौसम की बारिश व ओलावृष्टि से सब्जियों की बाडी, गेहूं की फसल को भारी नुकसान हुआ है। शाम को तेज गर्जना के साथ चने के आकार के ओले गिरे। देखते ही देखते तेज बारिश के साथ आंवला व बेर के आकार की ओलावृष्टि शुरू होने से खेतों व जमीन पर बर्फ की मोटी चादर बिछ गई। विधायक जौहरीलाल मीना ने बताया कि बारिश व ओलावृष्टि से पाडा, माचाड़ी, बैरेर, हीरनोटी, बबेली, सालोली, ओडपुर, छिलोडी, पाटन, डोरोली, बिणजारी, राजपुर आदि गांवों में गेहूं की फसल तबाह हो गई। क्षेत्र में 100 प्रतिशत नुकसान हुआ है।