उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. छबील कुमार ने बताया कि बुधवार को अलवर जिले में 279 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले तथा रामगढ़ के डूमली निवासी 82 वर्षीय एक बुजुर्ग की मंगलवार को जयपुर में मौत हो गई। अलवर शहर में सबसे ज्यादा 117 संक्रमित मरीज मिले हैं। इसके अलावा तिजारा में 32, भिवाड़ी में 31, मुण्डावर में 16, लक्ष्मणगढ़ में 16, किशनगढ़बास में 15, राजगढ़ में 10, खेरली में 9, कोटकासिम में 9, थानागाजी में 5, रैणी में 4, मालाखेड़ा में 4, बानसूर में 4, रामगढ़ में 3, शाहजहांपुर में 2 और बहरोड़ में 2 कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं।
शहर में कोरोना के शतक की हैट्रिक अलवर शहर में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। पिछले तीन दिन से लगातार शहर में 100 से ज्यादा संक्रमित मरीज सामने आ चुके हैं। कोरोना की दूसरी लहर में अब तक अलवर जिले में करीब 2 हजार लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं, जिसमें एक हजार से ज्यादा मरीज अलवर शहर के हैं। जिसके कारण अलवर कोरोना का बड़ा हॉटस्पॉट बना हुआ है।
संक्रमितों का आंकड़ा 24 हजार के नजदीक पहुंचा उल्लेखनीय है कि जिले में अब तक कुल 23 हजार 971 कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आ चुके हैं। इनमें से 93 मरीजों की कोरोना से मौत हो चुकी है। इनमें से 22 हजार 207 मरीज सही हो चुके हैं।
एक्टिव केस 1600 के पार, 24 आईसीयू में जिले में कोरोना के एक्टिव केस भी तेजी से बढ़ रहे हैं। फिलहाल अलवर में 1683 कोरोना एक्टिव केस हैं। इनमें से 128 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। 56 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। 24 मरीज आईसीयू तथा 5 मरीज वेंटीलेटर पर भर्ती हैं। वहीं, 43 मरीज आइसोलेशन बेड पर हैं। इसके अलावा 1555 मरीज होम आइसोलेशन में हैं।
ऑक्सीजन व वेंटीलेटर की जरूरत बढ़ी कोरोना की दूसरी लहर के तेजी से फैलाव के कारण अस्पतालों में ऑक्सीजन, आइसीयू व वेंटीलेटर की जरूरत बढ़ गई है। मंगलवार को जिले के अस्पतालों में आइसीयू में 13 कोरोना पॉजिटिव भर्ती थे, वहीं बुधवार को यह संख्या बढकऱ 24 तक पहुंच गई। इसी प्रकार एक ही दिन में ऑक्सीजन सपोर्ट वाले मरीजों की संख्या में 9 की वृद्धि हुई है। प्रशासन ने कोरोना संक्रमण के तेजी से फैलने के कारण सामान्य अस्पताल के साथ ही इएसआइसी मेडिकल कॉलेज में संक्रमितों को जल्द भर्ती कर उपचार की सुविधा जुटाने के निर्देश दिए हैं। वहीं चिकानी स्थित एक निजी हॉस्पिटल में जरूरत होने पर कोरोना पॉजिटिव के इलाज की व्यवस्था की जा रही है। निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए बेड आरक्षित रखने के निर्देश दिए गए हैं।