
अलवर। जिले के किसी भी सामुदायिक या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर सोलर पैनल नहीं लगा है। यही नहीं जिला अस्पताल जहां हर महीने 22 रुपए की बिजली खपत हो रही है, वहां भी सोलर पैनल नहीं है। यह हाल तो तब है जब सरकार लोगों को सोलर पैनल लगाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है और सब्सिडी तक दे रही है। अब स्वास्थ्य विभाग ने सीएमएचओ अलवर से सीएचसी और पीएचसी पर खर्च हो रहे बिजली खर्च और सोलर पैनल की क्षमता सहित कई तरह की जानकारी मांगी थी। सीएमएचओ की ओर से यह जानकारी भिजवाई जा रही है। अलवर ही नहीं पूरे प्रदेशभर से इस तरह की जानकारी ली जा रही है। ताकि फेज वाइज सभी अस्पतालों पर सोलर पैनल लगाकर हर महीने के बिजली खर्च को खत्म किया जा सके।
पैसा बचे तो अस्पतालों का हो विकास
जिला अस्पताल सहित बड़े सीएचसी और पीएचसी पर करीब डेढ़ करोड़ रुपए हर महीने बिजली बिल को चुकाने पर खर्च हो रहे हैं। राजस्थान मेडिकल रिलीफ सोसायटी और स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह बिल चुकाए जाते हैं। अगर यह पैसा बचता है तो स्वास्थ्य केंद्रों के विकास पर खर्च हो सकेगा। इन केंद्रों पर पानी, बैठने की जगह सहित कई सुविधाएं विकसित की जा सकेंगी।
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स्वास्थ्य विभाग की ओर से सीएचसी और पीएचसी में हर महीने हो रहे बिजली खर्च को लेकर सूचना मांगी है। हम सूचना एकत्रित कर रहे हैं। जल्द ही विभाग को यह भिजवाई जाएगी।
योगेंद्र शर्मा, सीएमएचओ, अलवर
Published on:
28 Apr 2024 10:58 pm
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