अस्पताल में बढ़ी खून की मांग सामान्य चिकित्सालय के ब्लड बैंक में इन दिनों डेंगू की वजह से ब्लड की मांग बढ़ गई है। यहां प्रतिदिन करीब 40 से 50 यूनिट की मांग डेंगू पीडि़तों के लिए होने लगी है। अस्पताल में इंतजाम नहीं होने पर मरीज के परिजन निजी ब्लड बैंकों पर खून लेने पहुंच रहे हैं। अस्पताल के ज्यादातर बेड पर प्लेटलेट्स कम होने के कारण डेंगू के मरीज भर्ती है जिनको ब्लड चढ़ाया जा रहा है। हालांकि डेंगू की स्थिति अभी भयावह नहीं है लेकिन समय रहते यदि इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो यह बीमारी जानलेवा बन जाती है। वहीं इन दिनों वायरल होने से लोग बीमार हो रहे हैं, वायरल होने पर भी मरीज की प्लेटलेट्स कम हो जाती है। सामान्य चिकित्सालय में डेंगू की जांच के लिए एंटीजन टेस्ट व एंटी बॉडी टेस्ट करवाया जाता है, जो कि पूरी तरह से निशुल्क है। इसकी रिपोर्ट एक ही दिन में मिल जाती है।
ये हैं डेंगू के लक्षण डेंगू के भी वायरल बुखार जैसे ही लक्षण होते हैं। जिसमें साधारण खांसी, जुकाम, बदन दर्द, भूख नहीं लगना, शरीर पर लाल चकत्ते बनना, पेट भारी होना प्रमुख होता है। यदि ऐसे लक्षण आते हैं तो बिना किसी देरी के डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। डेंगू रोग का समय 5 से 7 दिन का रहता है। ऐसे में बुखार को कम करने के लिए अपने स्तर पर दवा नहीं लेनी चाहिए, देरी होने पर प्लेटलेट्स कम होने लगती है और शरीर में कमजोरी होने से मरीज और बीमार होता है। यदि शुरूआत में ही जांच के बाद डेंगू रोग का पता चल जाता है तो खून चढ़ाकर प्लेटलेट्स को बढ़ाया जा सकता है। इससे मरीज की जान को खतरा नहीं रहता है।
अस्पताल में डेंगू पीडि़त हो रहे भर्ती इन दिनों अस्पताल में डेंगू के मरीज भर्ती हो रहे हैं लेकिन अभी स्थिति सामान्य ही है। इसलिए समय रहते ही मरीज को इलाज ले लेना चाहिए। जिससे की ज्यादा परेशानी न हो। अस्पताल में डेंगू की जांच निशुल्क हो रही है।
डॉ. सुनील चौहान, पीएमओ, सामान्य चिकित्सालय, अलवर।