
तिजारा. आचार्य अतिवीर का केशलोचन करते शास्त्री।
जैन मुनि की कठिन तपश्चर्या का अभिन्न अंग है केशलोचन
धर्मसभा में उमड़े श्रद्धालु
तिजारा (भिवाड़ी). श्रीचन्द्रप्रभ दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र देहरा जैन मंदिर तिजारा में विराजमान आचार्य अतिवीर के केशलोचन व धर्मसभा कार्यक्रम में बुधवार सुबह श्रद्धालुओं की भीड़ रही। धर्मसभा के मध्य आचार्य का केशलोचन संपन्न हुआ।
पाश्र्वनाथ मंदिर अध्यक्ष राकेश जैन ने बताया कि केशलोचन जैन संत की कठिन तपश्चर्या का अभिन्न अंग होता है। जिसे प्रत्येक संत नियमित रूप से 2 से 4 माह के मध्य अपनाते हैं। केशलोचन जैन मुनि की स्वाधीनचर्या व सिंहवृत्ति का परिचायक है। दिगंबर जैन मुनि साधनों में न रमकर साधना की गहराइयों में डुबकियां लगाते हैं। दिगंबर जैन मुनि अहिंसा महाव्रत का पालन करते हुए अपने सिर व दाढ़ी के बालों को घास की तरह उखाड़ फेंकते हैं। इस अवसर पर भारी संख्या में भक्तों ने उपस्थित होकर धर्म लाभ प्राप्त किया। केशलोंच की पीड़ा के बीच भी आचार्य श्री की मंदमंद मुस्कान देखकर सभी श्रद्धालु भावविभोर हो उठे और सभी दिगंबर जैन मुनि की तपस्या के आगे नतमस्तक हो गए। इस मौके पर कई श्रद्धालु उपस्थित रहे। आचार्य के जयकारे भी लगाए।
धोली धाम पर बह रही भागवत कथा की सरिता
भिवाड़ी. काली खोली स्थित धोली धाम व श्रीनाथ धाम पर चल रहे 18 दिवसीय चतुर्वेद परायण यज्ञ व श्रीमद् भागवत कथा से यहां आसपास का वातावरण धर्ममय बना हुआ है। आलमपुर मंदिर के बाबा योगी आदित्यनाथ ने बताया कि पूर्णाहुति 31 दिसंबर को होगी। इस अवसर पर भंडारे का आयोजन होगा। साथ ही भजन-कीर्तन व रागिनी सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे। आयोजन में मुख्य अतिथि अस्थल बोहर मठ से पीर बालकनाथ, रमतों की जमात बाराह के महंत सिद्ध बाबा कृष्णनाथ, शीतलाई नाथ, दीपक नाथ, शंकर नाथ, शुभ नाथ, ब्रह्म नाथ सहित अन्य संत शामिल होंगे। श्रीमद्भागवत कथा का वाचन भागवत आचार्य संप्रिया देवी उज्जैन की ओर से किया जा रहा है। आयोजन में 30 और 31 दिसंबर को दो दिन भंडारा होगा। लोक कलाकार सुरेंद्र भाटी, बलराम बैंसला, राजू ओमकार दायमा, कालू इंदौर की ओर से इस दौरान प्रस्तुति दी जाएगी।
Published on:
28 Dec 2022 08:58 pm
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