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कोटपूतली-बहरोड़ का संयुक्त नाम रखने से लोगों में मायूसी

कोटपूतली-बहरोड़ का संयुक्त नाम रखने से लोगों में मायूसी

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खैरथल व कोटपूतली-बहरोड़ बना जिला

बहरोड़ ञ्च पत्रिका. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को राज्य में 19 नए जिले बनाने की घोषणा की। जिसमें कोटपूतली-बहरोड़ नाम से नया जिला बनाए जाने की घोषणा भी प्रमुख है। ऐसे में क्षेत्र के लोगों में नए जिला गठन की घोषणा के बाद ज्यादा खुशी तो थोड़ा गम देखा गया। विधायक बलजीत यादव के समर्थकों ने बहरोड़ मिडवे पर नया जिला बनाने की घोषणा करने के बाद आतिशबाजी कर मुख्यमंत्री व विधायक का आभार व्यक्त किया। तो वहीं दूसरी ओर अनेक लोगों ने कोटपूतली-बहरोड़ को मिलाकर नया जिला बनाए जाने से खुश नहीं दिखे ओर बहरोड़ को अकेला जिला नहीं बनाए जाने की बात कहते हुए दिखे।
&बहरोड़ नीमराना को कोटपुतली जिले में शामिल करवा कर बहरोड़ नीमराना की जनता के साथ धोखा किया गया है। इसे जनता माफ नहीं करेगी।
बस्तीराम यादव एडवोकेट बहरोड़
अलवर का घटा दायरा
अलवर. चुनावी साल में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को बजट बहस के जवाब भाषण में प्रदेश में नए जिलों की बौछार कर अंचभित कर दिया। अब तक अलवर जिले में शामिल रहे खैरथल को नया जिला घोषित किया है, वहीं कोटपूतली- बहरोड़ भी नया जिला बनाया गया है। नए जिलों की घोषणा के साथ ही अलवर जिले की इकोमिक लाइफ लाइन भी अलवर से खिकसने की पूरी संभावना है।
प्रदेश में नए जिलों की घोषणा का लंबे समय से इंतजार था। नए जिलों की घोषणा में अलवर जिले में भिवाड़ी एवं समीपवर्ती कोटपूतली को नया जिला घोषित किए जाने की चर्चा थी। हालांकि कुछ समय पहले खैरथल भी नए जिले बनने की चर्चा में आया, लेकिन राजनीतिक तौर पर भिवाड़ी व तिजारा ज्यादा प्रभावी होने के कारण लोगों को भिवाड़ी या तिजारा को नया जिला घोषित करने की उम्मीद ज्यादा थी।
राजनीति होगी प्रभावित
नए जिलों की घोषणा से अलवर जिले की वर्तमान राजनीति भी प्रभावित होना तय है। अब अलवर जिले में संभवत: पांच विधानसभा क्षेत्र रहेंगे। खैरथल जिले में तीन विधानसभा क्षेत्र होंगे।