नाैकरी के लिए कई क्षेत्र हैं। हर किसी की अपनी-अपनी पसंद होती है। उसी के मुताबिक युवा तैयारी करते हैं। दर्जनों युवाओं में सेना में जाने का जुनून है। ऐसे में उन्हें दूसरी नौकरी रास नहीं आ रही है और न उनकी तैयारी कर रहे हैं। वह सुबह चार बजे ही खेल मैदान पर दौड़ शुरू कर रहे हैं। साथ ही डिफेंस ट्रेनर से बारीकियां सीख रहे हैं।
इस बार पहले होगी परीक्षा, फिर लगानी होगी दौड़
इस बार रक्षा मंत्रालय की ओर से सेना भर्ती प्रक्रिया में बदलाव किया गया है। पहले सेना भर्ती में दौड़ होती थी, लेकिन इस बार से पहले परीक्षा होगी। परीक्षा की तैयारी के साथ-साथ यह युवा खेल मैदान पर दो से तीन घंटे पसीना बहा रहे हैं।
सेना में चयन आसान नहीं
शहर के आरआर कॉलेज के खेल मैदान पर सुबह चार बजे दौड़ लगाने के लिए मनु मार्ग निवासी विशेष यादव पहुंच जाते हैं। कहते हैं कि तीन माह से वह तैयारी कर रहे हैं। इसी तरह इंदिरा गांधी स्टेडियम पर दो माह से मुंडावर के अभय कुमार अभ्यास कर रहे हैं। यहां किराए पर रहते हैं। साथ ही परीक्षा के लिए कोचिंग भी कर रहे हैं। कहते हैं कि सेना में चयन आसान नहीं है लेकिन कोशिश पूरी है। हर हाल में सपना पूरा होगा।
अच्छी चल रहा है अभ्यास
हम अग्निवीर बनने के लिए तैयारी कर रहे हैं। सुबह चार बजे ही दौड़ शुरू कर देता हूं। अभ्यास अच्छा चल रहा है। सेना में जाने का सपना साकार होगा।
– पुष्पेंद्र सिंह , युवा
दौड़ में आना है अव्वल
रक्षा मंत्रालय ने भर्ती का जो पैटर्न बदला है। युवा पेपर की तैयारी के साथ-साथ अभ्यास भी कर रहे हैं। हर दिन दौड़ लगा रहे हैं ताकि परीक्षा पास करने के बाद दौड़ में अव्वल आ सकें।
रूपेश चौधरी , मोहम्मदपुर , मुंडावर
क्या कहते हैं ट्रेनर
इस बार सेना भर्ती में पहले परीक्षा होगी और उसके बाद फिजिकल होगा। ऐसे में युवा परीक्षा की तैयारी के साथ-साथ दौड़ भी लगा रहे हैं। कई युवा उनसे टिप्स ले रहे हैं।
– बलवंत सिंह, डिफेंस ट्रेनर