प्रदेश में विधानसभा चुनाव की घोषणा गत अक्टूबर में हुई थी, चुनाव की घोषणा के साथ ही जिले में आचार संहिता प्रभावी हो गई। यानी विकास के नए प्रोजेक्ट पर पूर्ण विराम लग गया। विकास के नए प्रोजेक्ट अब चुनाव की आचार संहिता हटने के बाद ही शुरू हो पाएंगे। संभावना है कि तीन दिसम्बर को मतगणना और नतीजे घोषित होने के बाद एक- दो दिनों में चुनाव आयोग की ओर से आचार संहिता हटाने के आदेश जारी किए जाएं।
आचार संहिता के कारण स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में देरी चुनाव आचार संहिता का सबसे बड़ा असर अलवर को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने वाले प्राेजेक्ट पर पड़ा। इसमें शहर में यातायात की समस्या के निराकरण के लिए एलिवेटेड रोड निर्माण सहित बिजली की लाइन अंडरग्राउंड करने सहित कई अन्य कार्य होने थे। यह राज्य सरकार की बजट घोषणा है और यूआईटी अलवर की ओर से स्मार्ट सिटी के लिए प्रोजेक्ट तैयार का सरकार को पहले ही भेजा जा चुका है। अब सरकार को प्रोजेक्ट को पास कर बजट का प्रावधान करना है।
ये प्रोजेक्ट भी अटके अलवर शहर में मेडिकल कॉलेज शुरू होने के बाद जिला अस्पताल के सामान्य एवं महिला हॉस्पिटल भवनों को कनेक्ट करना था। इसके लिए सामान्य चिकित्सालय से महिला हॉस्पिटल के बीच अंडर पास का निर्माण करना था। यह प्रस्ताव तैयार हो चुका है, लेकिन अभी इसे मंजूरी मिलने और कार्य शुरू होने का इंतजार है। इसके अलावा कम्पनी बाग में डबल बेसमेंट अंडरग्राउंड पार्किंग, बहरोड़ रोड पर कन्वेशन सेंटर, यूआईटी भवन के निर्माण में आचार संहिता के चलते देरी हुई।
सरिस्का में बाघिन व भालू की शिफि्टंग का इंतजार सरिस्का टाइगर रिजर्व में रणथंभोर से एक बाघिन एवं जालोर से एक भालू की शिफि्टंग होनी है। हालांकि आचार संहिता का इस प्रक्रिया पर ज्यादा असर नहीं पड़ा, लेकिन चुनाव के चलते इस पर विराम जरूर लगा। अब प्रदेश में नई सरकार के गठन के बाद ही इस प्रक्रिया के रफ्तार पकड़ने की उम्मीद है।