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निर्दलीय दौड़ाएंगे कार-ट्रैक्टर तो कोई उड़ाएगा हवाई जहाज, भिंडी से लेकर नाशपाती तक होंगे चुनाव चिह्न

Rajasthan Assembly Election 2023: इस बार ईवीएम में वोट करते समय आपको कार, ट्रैक्टर, हवाई जहाज, खाट समेत कई चीजें दिख सकती हैं। ऐसे में आप हैरान न हों। चुनाव आयोग निर्दलीय प्रत्याशियों को ऐसे चुनाव चिह्न आवंटित करने की योजना बना रहा है।

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अलवर

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Akshita Deora

Oct 20, 2023

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अलवर. Rajasthan Assembly Election 2023: इस बार ईवीएम में वोट करते समय आपको कार, ट्रैक्टर, हवाई जहाज, खाट समेत कई चीजें दिख सकती हैं। ऐसे में आप हैरान न हों। चुनाव आयोग निर्दलीय प्रत्याशियों को ऐसे चुनाव चिह्न आवंटित करने की योजना बना रहा है। कई निर्दलीय प्रत्याशी भी इस बार मनपसंद चुनाव चिह्न चाहते हैं। इसके लिए वह जिला प्रशासन से संपर्क करने की तैयारी में हैं।

भिंडी से लेकर नाशपाती भी बंट सकती है चुनाव चिह्न: हर बार विधानसभा चुनाव में पंजीकृत राजनीतिक दलों को उनके ही चुनाव चिह्न मिलते हैं। जिस तरह भाजपा कमल तो कांग्रेस का निशान हाथ है। अन्य राजनीतिक दल जैसे बसपा का हाथी, समाजवादी पार्टी का सिंबल साइकिल है। उसी दिन तरह तमाम निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनाव में भाग्य आजमाते हैं। इन लोगों को चुनाव आयोग अपने मुताबिक चुनाव चिह्न आवंटित करता है। एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इस बार चुनाव में चुनाव चिह्न भिंडी से लेकर नाशपाती तक बंट सकती है। कहीं किसी को ट्रैक्टर चलाता हुआ किसान प्रतीक के रूप में मिला है तो कहीं कैलकुलेटर से लोगों को संतोष करना पड़ेगा। खाट, चाबी, माचिस की डिब्बी से लेकर कई चिह्न आवंटित करने की तैयारी चल रही है। नामांकन के दौरान प्रत्याशी अपना पसंदीदा चुनाव चिन्ह भरते हैं और उसके बाद प्रशासन उसे आवंटित करता है।

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निर्दलीय उम्मीदवारों की पसंद बनी थी आलमारी: चुनाव आयोग के डेटा मुताबिक, ज्यादातर निर्दलीय उम्मीदवारों ने सिंबल के रूप में पिछले चुनाव में आलमारी को ही चुना है। प्रदेशभर में 840 स्वतंत्र उम्मीदवारों में से 72 ने इसे अपने एकमात्र विकल्प के रूप में चुना था। यही नहीं, 52 उम्मीदवारों ने चुनाव चिह्न एसी चुना था। वहीं 36 लोगों ने सिलाई मशीन को मतदान का निशान बनाया है। मूंगफली, ब्रेड, नूडल्स आदि प्रतीकों को प्रत्याशियों ने चुनने में हिचक दिखाई।

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पिछली बार फूलगोभी था चुनाव चिह्न
पिछले विधानसभा चुनाव में स्वतंत्र उम्मीदवारों को भिंडी से लेकर फूलगोभी चिह्न बांटे गए थे। कुछ प्रत्याशियों ने अपने मुताबिक चिह्न लेने की कोशिश भी की थी लेकिन बात नहीं बन पाई। आलमारी के अलावा रोजमर्रा की जरूरत वाली चीजें भी चिह्न के रूप में बांटी गई थी।

ऑटो, रिक्शा भी चलाते दिखेंगे प्रत्याशी
चुनाव आयोग की ओर से हर चुनाव में ही अजीबोगरीब चुनाव चिह्न आवंटित होते हैं। इस बार आम वस्तुओं के साथ-साथ खाने-पीने वाली चीजें भी शामिल हो सकती हैं। उम्मीदवारों को प्रतीक के रूप में एसी, ऑटो-रिक्शा, चाबी, सिलाई मशीन, हरी मिर्च, अनानास, फलों की टोकरी, गैस सिलिंडर, चारपाई, बांसुरी आदि चिन्ह बांटे जाने की तैयारी चल रही है।