अभ्यर्थियों ने कहा कि वे पुरानी नौकरी छोड़कर यहां अच्छे अवसर की तलाश में भर्ती हुए थे। लेकिन घोटाले के कारण उन्हें इस नौकरी से भी हाथ धोना पड़ा। बुधवार को उन्होंने ईएसआइसी अस्पताल व मेडिकल कॉलेज की डीन से बात कि तो उन्होंने इस सन्दर्भ में एमजे सोलंकी कम्पनी से बात करने के लिए कहा। डीन के कहा कि उनकी एमजे सोलंकी कम्पनी के जरिए भर्ती हुई है। ईएसआइसी प्रशासन अपने स्तर पर फैसला नहीं ले सकता।
पूरी भर्ती रद्द होने से अभ्यर्थी निराश बुधवार को अस्पताल पहुंचे अभ्यर्थियों ने बताया कि वे चयन प्रक्रिया के तहत दस्तावेज जमा कराकर और इंटरव्यू के जरिए चयनित हुए हैं। अगर किसी अभ्यर्थी ने पैसे दिए थे तो जांच होनी चाहिए। लेकिन कम्पनी के घोटाले के बाद सभी को नौकरी से निकालना उचित नहीं है। अभ्यर्थियों ने बताया कि वे बेरोजगारी के दौर में अन्य संस्थानों की नौकरी छोड़ दी थी। यहां चयनित कुछ अभ्यर्थी दिल्ली, जयपुर आदि शहरों में नौकरी कर रहे थे। उन्होंने वहां भी नौकरी छोड़ दी। पूरी भर्ती रद्द होने से वे निराश हैं।
डीन ने संविदा कम्पनी से बात करने के लिए कहा ईएसआइसी अस्पताल व मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ. हरनाम कौर ने बताया कि भर्ती करने वाली एजेंसी पर जांच चल रही है। नियमानुसार कॉन्ट्रैक्ट को रद्द कर दिया। संविदा पर भर्ती अभ्यर्थियों की जिम्मेदारी कम्पनी की होती है। अभ्यर्थियों को एमजे सोलंकी कम्पनी से संपर्क करने की सलाह दी गई। जितने दिन अभ्यर्थियों ने यहां कार्य किया, उतने दिन का नियमानुसार भुगतान करवाने का प्रयास करेंगे। इसके लिए उच्चाधिकारियों से निर्देश लिए जाएंगे। डीन ने अभ्यर्थियों को कम्पनी के ईमेल आइडी व अन्य जानकारियां दी है, जिससे वे कम्पनी से संपर्क कर सकें।