जानकारी के अनुसार भिवाड़ी पुलिस के एक ग्रामीण इलाके में 17 अगस्त की सुबह ससुर ने अपनी पुत्रवधू को बंधक बनाकर उसके साथ बलात्कार किया। 24 अगस्त को आरोपी ससुर ने रात 10-11 बजे करीब फिर अपनी पुत्रवधू के साथ बलात्कार किया। पीडि़ता ने अपने बचाव में ससुर को पत्थर मारा, जिससे ससुर को चोट आई। पीडि़ता ने मौका पाकर एक सितम्बर को फोन पर अपनी मां को आपबीती बताई। दो सितम्बर को उसकी मां पीडि़ता को पीहर झुंझुनूं ले आई। इसके बाद पीडि़ता ने 4 सितम्बर को झुंझुनूं जिले के एक थाने में आरोपी ससुर के खिलाफ जीरो एफआइआर दर्ज कराई गई। 8 सितम्बर को ये जीरो एफआइआर भिवाड़ी पुलिस जिले के सम्बन्धित थाने में दर्ज हो गई।
पीडि़त पक्ष का कहना है कि इस मामले में पीडि़ता के न्यायालय के समक्ष 164 के बयान भी हो चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी सम्बन्धित थाना पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। मामले में पीडि़त परिवार जयपुर रेंज आईजी एस. सेंगाथिर से भी मिला। आईजी ने पंचायत चुनाव के बाद मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
गिरफ्तारी के प्रयास जारी
उधर, थानाधिकारी का कहना है कि मामले में आरोपी अभी फरार चल रहा है। जिसकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं और लगातार दबिश दी जा रही है।