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15 दिन के बेटे के कुआं पूजन के लिए कल सुबह घर आ रहा था अलवर का लाल, चंद घंटे पहले सीमा पर हुआ शहीद

अलवर का जवान अपने 15 दिन के बेटे के कुआं पूजन में शामिल होने के लिए छुट्टी पर आ रहा था, लेकिन चंद घंटे पहले ही हो गया शहीद।

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अलवर

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Prem Pathak

Jun 13, 2018

Hansraj Gurjar of alwar martyr in jammu just few hours before leave

15 दिन के बेटे के कुआं पूजन के लिए कल सुबह घर आ रहा था अलवर का लाल, चंद घंटे पहले सीमा पर हुआ शहीद

जम्मू-कश्मीर के सांबा सेक्टर की चमलियाल पोस्ट पर पाक गोलीबारी में अलवर का लाल शहीद हो गया। अलवर के बानसूर तहसील के हरसौरा क्षेत्र के मुगलपुरा गांव का बेटा हंसराज गुर्जर शहीद हो गया। शहीद हंसराज गुर्जर आज सुबह पाकिस्तान से लोहा लेते हुए शहीद हो गए। शहीद हंसराज आज ही छुट्टी पर आने वाले थे। शहीद हंसराज गुर्जर को आज रात की फ्लाइट से घर के लिए रवाना होना था। हंसराज गुर्जर की उम्र 28 वर्ष है। उनका जन्म 20 अगस्त 1990 को हुआ था। हंसराज गुर्जर जम्मू कश्मीर के रामगढ़ सेक्टर में 62 बटालियन बीएसएफ की डेल्टा कम्पनी में तैनात थे।

कुआं पूजन पर आ रहे थे घर

शहीद हंसराज के 15 दिन पूर्व ही एक बेटा हुआ था। जिसका 15 दिन बाद कुआं पूजन था। इसके लिए उनकी छुट्टी मंजूर हो गई थी। वे आज रात की फ्लाइट से घर आने वाले थे। लेकिन वे राष्ट्र की सेवा के लिए सीमा पर दुश्मन से लोहा लेते हुए शहीद हो गए। उन्होंने कल रात पत्नी को फोन पर बताया था कि वे आ रहे हैं। लेकिन वे सीमा पर शहीद हो गए।

पत्नी को नहीं दी सूचना

शहीद की पत्नी 15 दिन की प्रसूता है। इसलिए उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए पत्नी को इसकी सूचना नहीं दी गई है। गांव वालों कहना है कि उनका शव कल आएगा। ऐसे में उनकी वीरांगना की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। शहीद का 15 दिन का बच्चा है, इसलिए पत्नी को अभी सूचना देना ठीक नहीं है। पत्नी के साथ शहीद के पिता को भी अभी इसकी सूचना नहीं दी गई है।

अलवर के कई जवान अपनी जान कर चुके हैं कुर्बान

अलवर के कई जवान सीमा पर देश के लिए लड़ते हुए अपनी जान कुर्बान कर चुके हैं। कुछ माह पहले ही हिमस्खलन होने के कारण अलवर का जवान शहीद हो गया था। सीमा के साथ अबूझमाड़ के जंगलों में भी नक्सलियों से लोहा लेते हुए मुण्डावर क्षेत्र के सुन्दरवाड़ी गांव के लक्ष्मणसिंह भी शहीद हो गए थे। इन्हें नक्सलियों को मारने के बाद पदोन्नत किया गया था।