
Dinesh MN ने बताई जेल जाने की कहानी, दो दिन का बोलकर गया थाए वापस आने में 15 साल लग गए
अलवर. मैं दिनेश एमएन...जब अलवर एसपी था तो 21 अप्रेल 2007 को यहां से गुजरात गया था। इस दौरान अपने घरवालों को दो दिन में आने का बोलकर गया था, लेकिन अलवर वापस आने में 15 साल लग गए। मेरी गिरफ्तारी के दौरान अलवर सहित राजस्थान की जनता से भी बहुत संषर्घ किया। उन्होंने मेरी समस्या को अपनी समस्या समझा। मैं अलवर की जनता काे धन्यवाद देने आया हूं। साथ ही अब जनता के इस प्यार को रिटर्न करना है। जब भी मेरे पास कोई परिवादी आता है तो मुझे लगता है कि इसने भी मेरे लिए प्रार्थना की होगी।
एडीजी दिनेश एमएन ने कहा कि वर्ष-2007 में अलवर एसपी के रूप में आए 8-10 दिन ही हुए थे। अलवर के लिए कुछ किया ही नहीं था। 21 अप्रेल 2007 को एवीडेंस में गुजरात गया तो वहां मुझे गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी हुई तो बड़ा झटका लगा था। जेल जाने के बाद सबकुछ अनकंट्रोल था। यदि कंट्रोल में कुछ था तो सिर्फ रोजाना 24 घंटे शरीर काे स्वस्थ रखना, किताबें पढ़ना और मन को पॉजिटिव रखना। हम क्यां सोचते हैं वो हमारे हाथ में है। उन्हें साढ़े 5 साल अहमदाबाद की जेल में रखा गया। इसके बाद डेढ़ साल तक उन्हें महराष्ट्र की जेल में रखा गया। वहां अरुण गवली और अबु सलेम जैसे अपराधियों के साथ रहना पड़ा। 7 मई 2014 को जब जेल से रिहा हुआ तो तभी से अलवर की जनता को धन्यवाद देने का बहुत मन था, लेकिन अलवर का 15 साल का रास्ता है। आज अलवर की जनता के बीच उनका धन्यवाद देने आया हूं।
अलवर की जनता ने भरपूर स्वागत किया
एडीजी दिनेश एमएन वर्ष 2007 में अलवर एसपी रहे थे। इसी दौरान वह सौराबुद्दीन एनकाउंटर मामले में गुजरात पेशी पर गए थे। इसी दौरान गुजरात पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। उनकी गिरफ्तारी के बाद अलवर के लोगों में आक्रोश फैल गया। अलवर के लोगों ने उनकी रिहाई की मांग को लेकर आंदोलन और हवन आदि किए। इस घटना के 15 साल बाद आईपीएस दिनेश एमएन एसीबी के एडीजी के रूप में अलवर आए। उनके अलवर आगमन पर अलवर की जनता ने उनका भरपूर स्वागत किया। लोगों ने दिनेश एमएन का चांदी का मुकुट, साफा, गुलदस्ते और फूलमालाओं से स्वागत किया। वहीं, एडीजी दिनेश एमएन के साथ फोटो और सेल्फी लेने के लिए भी लोगों में काफी उत्साह बना रहा।
Published on:
20 Apr 2022 09:14 pm
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