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जानिए अलवर से भाजपा उम्मीदवार डॉ. जसवंत यादव का जीवन परिचय व राजनीतिक सफर

भाजपा ने डॉ. जसवंत यादव को अलवर लोकसभा उपचुनावों के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है। आइए जानते हैं उनके जीवन सफर को।

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अलवर

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Prem Pathak

Jan 08, 2018

know about political career and life of jaswant singh yadav

डॉ. जसवंत सिंह यादव का जन्म 1953 में कोटकासिम के शिलपटा गांव में हुआ। प्राइमरी तक पढ़ाई गांव में की। नवीन सीनियर सैकण्डरी स्कूल अलवर से 12वीं तक पढ़ाई की। कॉलेज की पढ़ाई करने रीजनल कॉलेज अजमेर से की। बीएमएस की पढ़ाई दिल्ली से की। सबसे पहले दिल्ली यूनिवर्सिटी से उपाध्यक्ष चुने गए। फिर 1985 में कांग्रेस से प्रदेश युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष बने। इसी साल 1985 में मुण्डावर से विधायक का चुनाव हारे। फिर 1990 में तिजारा में उप चुनाव लड़ा, जिसमें पूर्व मंत्री जगमाल सिंह से हारे। इसके बाद 1993 में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने।

इसके बाद 1995 में कांग्रेस से ही जिला प्रमुख चुने गए। वर्ष 1996 में लोकसभा चुनाव लड़ा। जिसमें नवल किशोर शर्मा से हार गए। इसके बाद 1998 में मुण्डावर विधायक का चुनाव लड़ा। यह भी हार गए। फिर 1999 में लोकसभा चुनाव लड़ा, जिसमें पूर्व सांसद महेन्द्र कुमारी को हराया। इसके बाद वर्ष 2004 में निर्दलीय के रूप में बहरोड़ विधानसभा का उप चुनाव लड़ा, जिसमें हार गए। फिर वर्ष 2008 में बहरोड़ से भाजपा के टिकट पर विधानसभा का चुनाव जीते।

इसके बाद लगातार वर्ष 2013 में भाजपा के टिकट से बहरोड़ से ही विधायक बने। मौजूदा भाजपा सरकार में तीन साल बाद डॉ. यादव को श्रम मंत्री बनाया गया। सरकार के चार साल पूरे होने के बाद अब लोक सभा उपचुनाव में भी भाजपा ने डॉ. जसवंत यादव को टिकट दिया है।

यह जनता को टिकट दिया है। जनता का टिकट है। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं का टिकट है। जिसके लिए पीएम सहित पार्टी के शीर्ष नेताओं ने जिस विश्वास से टिकट दिया है। जनता उसे पूरा करेगी। अलवर लोकसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी डॉ. जसवंत सिंह यादव रविवार शाम को क्षेत्र के ग्राम नांगल खोडिय़ा में पत्रिका से बात कर रहे थे। डॉ. यादव ने कहा कि एकतरफा चुनाव है। अलवर जिले की जनता उनके साथ है और वह पांच लाख वोटों से जीतेंगे। मुकाबले के चुनाव के सवाल पर मंत्री ने कहा कि कोई मुकाबला नहीं एकतरफा उनकी जीत है।