अरावली विहार थानाधिकारी वीरेन्द्र यादव ने बताया कि राजकीय माध्यमिक विद्यालय नयाबास केन्द्र पर रविवार को लिपिक परीक्षा आयोजित हुई। परीक्षा के दौरान प्रथम पारी में उडऩदस्ता केन्द्र पर पहुंचा। उडऩदस्ते के वीक्षक व पर्यवेक्षकों ने अभ्यर्थियों की जांच की। इसी दौरान केन्द्र पर परीक्षा दे रहा अभ्यर्थी बीरबल राम जाट (22) पुत्र मांगीलाल जाट निवासी आडसर थाना डूंगरगढ़ जिला बीकानेर ब्लूटूथ से नकल करते मिला। तलाशी के दौरान आरोपी के कान से ब्लूटूथ और टीशर्ट के अंदर से डिवाइस बरामद हुआ। पुलिस ने इसकी सूचना अरावली विहार थाना पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी अभ्यर्थी बीरबल को थाने ले आई।
पुलिस ने केन्द्राधीक्षक मदनमोहन गुप्ता की रिपोर्ट पर एलडीसी परीक्षा के अनुचित साधनों के प्रयोग का मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस आरोपी से गहनता से पूछताछ कर रही है। लिपिक परीक्षा दो पारी में हुई। पहली पारी का समय आठ से 11 बजे। दूसरी का दो से पांच बजे का रहा। पहली पारी में 23 हजार 520 में से 12 हजार 621 उपस्थित रहे। दूसरी पारी में 23 हजार 520 में से 10 हजार 804 अभ्यर्थियों ने
परीक्षा दी।
पौन घंटे का पेपर कर चुका था आरोपी लिपिक भर्ती परीक्षा दो पारियों में सुबह 8 से 11 और दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक आयोजित हुई। आरोपी अभ्यर्थी बीरबलराम जाट को वीक्षक और पर्यवेक्षकों की टीम ने सुबह करीब 8.45 बजे पकड़ा। इस पौने घंटे के समय में आरोपी अभ्यर्थी से काफी पेपर हल कर लिया था।
नकल का केन्द्र बना अलवर सरकारी नौकरी भर्ती परीक्षाओं में नकल को लेकर अलवर केन्द्र बन चुका है। यहां लगातार प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल के मामले सामने आ रहे हैं। पिछले एक-दो साल में कई अभ्यर्थी परीक्षा के दौरान नकल करते पकड़े जा चुके हैं। इन मामलों में पुलिस ने नकलचियों को तो गिरफ्तार किया, लेकिन उन्हें नकल कराने वाले नेटवर्क तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंच सके। इसी का नतीजा है कि अलवर में प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल के मामले नहीं रुक रहे हैं।
बड़े गिरोह से जुड़े हो सकते हैं तार लिपिक परीक्षा के दौरान अलवर में नकल का मामला सामने आने से परीक्षा में किसी बड़े नकल गिरोह का हाथ होने की पूरी संभावना है। पुलिस अधिकारी भी इस बात से इनकार नहीं कर रहे हैं। डीएसपी (दक्षिण) अशोक चौहान का कहना है कि आरोपी अभ्यर्थी को कौन नकल करा रहा था। इसके बारे में अभी पता नहीं चला है। इस सम्बन्ध में गहनता से अनुसंधान जारी है।