प्रशासन गांवों के संग अभियान में विभिन्न कार्यों की प्रगति में ज्यादातर ब्लॉकों के एसडीओ अब तक पिछड़े रहे हैं। राजस्व अभिलेख, खाता शुद्धिकरण में तीन, आबादी आवास, भूमि आवंटन में दो, आपसी सहमति से खाता विभाजन में तीन, रास्ता प्रकरण में तीन, भूमिहीन किसानों को भूमि आवंटन में तीन, नामांतरकरण में तीन, नए राजस्व गांवों के प्रस्ताव में तीन, सीमाज्ञान, पत्थरगढ़ी के प्रकरण में तीन, सहमति से पैतृक भूमि के लंबित वाद निस्तारण में भी तीन एसडीओ की प्रगति संतोष जनक रही, शेष को अपनी प्रगति में सुधार की जरूरत है, वहीं ज्यादातर की प्रगति खराब आंकी गई है।
आवासीय पट्टा देने वाले ब्लॉकों में राजगढ़ 1010 पट्टों के साथ पहली रेंक पर है, वहीं रैणी 710 के साथ दूसरी, तिजारा 591 के साथ तीसरी रेंक पर हैं। वहीं कठूमर में 502, लक्ष्मणगढ़ में 467, थानागाजी में 455, बानसूर में 436, कोटकासिम में 430, रामगढ़ में 343, मुण्डावर में 341, किशनगढ़बास में 324, गोविंदगढ़ में 295, नीमराणा में 252, मालाखेड़ा में 142, उमरैण में 122 व बहरोड़ में 111 पट्टे ही वितरित हुए हैं। अब तक जिले में 6531 पट्टे वितरित किए गए हैं।