पुलिस ने बताया कि नाबालिग के साथ बलात्कार प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने तीन टीमों का गठन किया था। जिन्होंने लगातार आरोपी की संभावित ठिकानों व हरियाणा राज्य के मेवात स्थित सभी रिश्तेदारियों में दबिश दी। आरोपी के परिजनों से भी कड़ी पूछताछ की गई। लगातार दबिश देने पर आरोपी नजदीक की रिश्तेदारी छोड़ दूर की रिश्तेदारियों में जाकर शरण लेने लगा। टीमों ने लगातार आरोपी की दूर की रिश्तेदारियों में भी दबिश शुरू की। मुखबिर भी सक्रिय किए गए। इसी बीच पीडि़ता के परिजनों पर बलात्कार के मामले में राजीनामा का दबाव बनाने वाले रिश्तेदारों को भी गिरफ्तार किया गया।
साथ ही आरोपी को अपने घर शरण देने व लगातार अलग-अलग रिश्तेदारियों में छिपाने में सहयोग करने वाले उसके जीजा को भी गिरफ्तार किया गया। इस पर रिश्तेदारों ने आरोपी को अपने पास छिपाने से मना कर दिया। इस पर आरोपी भरतपुर जिले के एक गांव में अपने परिचित के घर से दूर जंगल में स्थित ट्यूबवेल के पास बनी कोटड़ी में जा छिपा। पुलिस को सूचना मिलने पर टीमें मुखबिर के बताए स्थान पर पहुंची, जहां आरोपी ट्यूबवेल पर बनी कोटड़ी की छत पर छिपा मिला। जिसे दस्तयाब कर थाने लाया गया तथा पूछताछ कर गिरफ्तार कर लिया।