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अब मैथ्स के स्टूडेंट्स भी दे सकते हैं नीट यूजी एग्जाम, पढ़े गाइडलाइन

प्रदेश और जिले में कक्षा 12वीं की पढ़ाई करने के बाद नीट की परीक्षा में केवल बायोलॉजी के विद्यार्थी ही शामिल होते थे, लेकिन इस बार होने वाली नीट-2024 परीक्षा में गणित के विद्यार्थी भी शामिल हो सकेंगे।

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प्रदेश और जिले में कक्षा 12वीं की पढ़ाई करने के बाद नीट की परीक्षा में केवल बायोलॉजी के विद्यार्थी ही शामिल होते थे, लेकिन इस बार होने वाली नीट-2024 परीक्षा में गणित के विद्यार्थी भी शामिल हो सकेंगे। डॉक्टर बन सकेंगे।

अब डॉक्टर बनने के लिए कक्षा 11 वीं और कक्षा 12वीं में गणित विषय के साथ ही बायोलॉजी विषय लेने वाले विद्यार्थी भविष्य में मेडिकल कोर्स में दाखिला ले सकेंगे। नेशनल मेडिकल कमीशन ने यह आदेश नीट-2024 परीक्षा के लिए जारी किए हैं।

परीक्षा के लिए यह मापदंड

नीट परीक्षा के लिए नई गाइडलाइन के अनुसार कक्षा 11वीं और कक्षा 12वीं में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के पास गणित, साइंस, फिजिक्स और केमिस्ट्री होना आवश्यक है। ये सभी विषय होने पर नीट-2024 परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। बताया जाता है कि इस बार गणित विषय वाले विद्यार्थियों को नीट परीक्षा में अधिक फायदा मिल सकता है।

क्योंकि गणित विषय वाले विद्यार्थियों की फिजिक्स और केमिस्ट्री दोनों विषय मजबूत होते हैं। वहीं नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) के नोटिस में कहा गया है कि कक्षा 12वीं पास करने के बाद अतिरिक्त विषय बायोलॉजी या बायोटेक्नोलॉजी पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी नीट यूजी के पात्र होंगे।

नीट की परीक्षा भारत में बैचलर ऑफ मेडिसिन और बैचलर ऑफ सर्जरी (एमबीबीएस) और बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी(बीडीएस) कोर्सेज के लिए अनिवार्य है। इससे पहले एमबीबीएस या बीडीएस में प्रवेश के लिए पहले कक्षा 11वीं तथा कक्षा 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी (पीसीबी) की दो वर्ष की नियमित पढ़ाई अनिवार्य थी। यह फैसला राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत लिया गया है।