जिया को अलवर सेंट्रल जेल लेने पहुंचे उसके पिता चांद सिकलगार ने कहा कि गैंगस्टर पपला ने खुद को रॉयल फैमिली का बताकर उनकी बेटी को फंसाया था। पपता ने उनकी बेटी का जीवन बर्बाद कर दिया। वह इतना बड़ा गैंगस्टर है। इसके बारे में उन्हें जरा भी आभास नहीं था। उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि अब उनकी बेटी के लिए दूसरा रिश्ता कहां देखें। अब उससे कौन शादी करेगा।
पपला ने कहा था कि वह जिम खुलवा देगा पिता ने बताया कि उनकी बेटी जिया जिम ट्रेनर है। पपला ने उनकी बेटी बेटी जिया से कहा था कि वह उसको नया जिम खुलवा देगा। उल्लेखनीय है कि जिया के पिता पेशे से डॉक्टर हैं। मां हाउस वाइफ हैं। जिया दो बहनें हैं। छोटी बहन अभी पढ़ रही है। जिया की पहले कारोबारी से शादी हुई थी। जिससे तलाक हो चुका है।
हाईकोर्ट से हुई है जमानत मंगलवार को जिया को मंगलवार को ही जयपुर हाईकोर्ट से जमानत मिली थी। जमानत के आदेश लेकर उसके वकील बहरोड़ थाने से अलवर पहुंचे। इसके बाद बुधवार शाम को जिया अलवर जेल से रिहा हो गई।
पपला गुर्जर से शादी करने की बात फर्जी जिया के वकील कहा कि वह तो पपला गुर्जर को पूरी तरह से जानती भी नहीं थी। ऐसे में शादी करने की बात कहना संभव ही नहीं है। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों पपला के वकील ने मीडिया के सामने कहा था कि जिया उससे शादी करना चाहती है।
28 जनवरी को कोल्हापुर से किया था गिरफ्तार अलवर पुलिस ने 28 जनवरी को गैंगस्टर पपला गुर्जर और उसकी महिला मित्र को महाराष्ट्र के कोल्हापुर से गिरफ्तार किया था। 7 दिन के पुलिस रिमांड के बाद 4 फरवरी को जिया को जेल भेज दिया गया था। जिया 2 माह 3 दिन जेल में रही।
जिम में ही हुई थी दोनों की मुलाकात वकील अंकित गर्ग ने बताया कि जिया कोल्हापुर में जिम ट्रेनर थी। पपला गुर्जर भी उसी जिम में जाने लगा था। 13 दिसंबर को दोनों की मुलाकात हुई थी। यहीं दोनों में नजदीकियां बढ़ी। पपला ने बताया था कि वह बिजनेस के सिलसिले में आया है। अभी लॉकडाउन की वजह से वह यहां रुका हुआ है। इसी दौरान जिया पपला के प्रेम के झांसे में फंस गई।
पपला ने मानसिंह नाम बताया था जिया के वकील अंकित गर्ग ने बताया कि पपला ने भरतपुर के किसी व्यक्ति के नाम से फर्जी आधार कार्ड बनवा रखा था। पपला ने अपना नाम मान सिंह बताया था। साथ ही पपला ने खुद को दिल्ली के छतरपुर निवासी बताया था।
बहरोड़ थाने से भागा था पपला पपला गुर्जर को अलवर में बहरोड़ पुलिस ने 5 सितम्बर 2019 की रात 31.90 लाख रुपयों के साथ पकड़ा था। अगले दिन 6 सितम्बर की सुबह बहरोड़ थाने पर एके-47 जैसे हथियारों से गोलियां बरसा साथी बदमाश पपला को लॉकअप से छुड़ा ले गए थे।