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Pitru Paksha 2023 : श्राद्ध पक्ष कल से शुरू, पितरों को प्रसन्न करने के लिए जरूर करें ये काम

Pitru Paksha 2023 : भाद्रपद शुक्ल पक्ष पूर्णिमा पर शुक्रवार से श्राद्ध पक्ष शुरू होंगे।

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अलवर

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Kirti Verma

Sep 28, 2023

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अलवर. Pitru Paksha 2023 : भाद्रपद शुक्ल पक्ष पूर्णिमा पर शुक्रवार से श्राद्ध पक्ष शुरू होंगे। इसका समापन आश्विन मास कृष्ण-पक्ष की अमावस्या के साथ 14 अक्टूबर को होगा। शास्त्रों के अनुसार श्राद्ध पक्ष में पितरों के निमित श्राद्ध कर्म, पिंड़दान व तर्पण करने और गऊ माता, कौए व ब्राह्मणों को भोजन कराने से पितृ प्रसन्न होकर दीर्घायु, पुत्र-पौत्रादि, सुख-समृद्धि व धन-एश्वर्य का आशीर्वाद प्रदान करते हैं। अलवर में सागर जलाशय, नटनी का बारां व जयसमंद जलाशय में लोग श्राद्ध से जुड़े कर्मकांड करते हैं। हालांकि राज्य सरकार की ओर से इन जलाशयों पर श्राद्ध के कर्मकांडों पर पांबदी लगाई हुई है।

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प्रसन्नता के लिए तृपण करें
श्राद्ध पक्ष में पितरों व पूर्वजों को प्रसन्न करने के लिए और उनकी आत्मा की सद्गति के लिए पवित्र सरोवर या नदियों के किनारे श्राद्ध कर्म व तर्पण कराने से पितृ प्रसन्न होकर परिवार में खुशहाली का विशेष आशीर्वाद प्रदान करते हैं।
-पंडित यज्ञदत्त शर्मा।

नवीन कार्य नहीं करें
श्राद्ध पक्ष में सभी वैष्णवजनों को अपने पूर्वजों व पितरों के निमित कार्य करने चाहिए। लोक रीति के अनुसार श्राद्ध पक्ष में नवीन कार्य आरम्भ करना वर्जित है। इसके साथ ही नवीन वस्त्र धारण करना व नए सामान की खरीदारी भी नहीं करनी चाहिए।
-पंडित दिनेश अवस्थी।

प्रसन्नार्थ करें कार्य
पूरे सालं में 15 दिन श्राद्ध पक्ष के होते हैं। पितरों के प्रसन्नार्थ कार्य करना चाहिए। इस दौरान पितरों व पूर्वजों के निमित्त तर्पण, पिंड़दान, श्राद्ध, गीता व श्रीमद् भागवत का पाठ कराना चाहिए। पितृ प्रसन्न होकर आशीर्वाद लेते हैं। इससे सुकुन मिलता है।
-पंडित शिब्बूराम शास्त्री।

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पितरों के प्रति श्रद्धा व्यक्त करें
श्राद्ध पक्ष में पितरों के निमित बनाए भोजन में दूध व उड़द से बनी मिठाई व उड़द से बना पकवान व तोरई की सब्जी प्रमुखता से होनी चाहिए। इसमें खीर, ईमरती व उड़द से बने कांजी बड़े व दही बड़े शामिल किए जा सकते हैं।
-पंडित तपेश अवस्थी।