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ममता कार्ड के लिए एक महीने से भटक रही गर्भवती महिलाएं, कैसे मिले मां वाउचर योजना का लाभ

गर्भवतियों के दो-दो माह विलंब से लग रहे टीके। प्रसव पीड़ा होने पर जब सीएचसी ले जाते हैं तो चिकित्सक कहते हैं सोनोग्राफी के लिए

अलवरOct 14, 2024 / 07:42 pm

Ramkaran Katariya

गोविन्दगढ. पंचायत समिति क्षेत्र के गांव बाई का बास में प्राथमिक केंद्र पर कार्यरत कार्मिकों की लापरवाही के चलते गर्भवती महिलाएं परेशान हैं। उन्हें मां वाउचर योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि एक माह से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चक्कर लगा रहे। केंद्र पर न तो सीएचओ मिलते है न आशा सहयोगिनी और ना ही एएनएम मिलती है। गर्भवती महिलाओं के दो-दो माह विलंब से टीके लग रहे हैं। आशा सहयोगिनी को घर-घर जाकर रिपोर्ट तैयार करनी चाहिए, लेकिन वो अपने घर पर बैठकर रिपोर्ट तैयार करती हैं। गर्भवती महिलाओं के पीड़ा होने पर जब सीएचसी ले जाते हैं तो चिकित्सक सोनोग्राफी के लिए कहते हैं, लेकिन बिना ममता कार्ड के सोनोग्राफी नहीं हो पा रही है। गर्भवती महिलाओं की ओर से रोज प्राथमिक केंद्र के चक्कर लगाए जा रहे हैं, उन्हें कोई यह बताने वाला ही नहीं की ममता कार्ड कब मिलेगा।
ये है योजना

राजस्थान में भजनलाल सरकार ने गर्भवती महिलाओं को बड़ी राहत प्रदान की है। गर्भवती महिलाओं की नि:शुल्क सोनोग्राफी करवाने के लिए मां वाउचर योजना शुरू की है। निजी सोनोग्राफी केंद्रों पर भी फ्री में सुविधा है। बीसीएमएचओ निशि अग्रवाल ने बताया कि इस योजना के माध्यम से राजकीय सोनोग्राफी केंद्रों के साथ निजी सोनोग्राफी केंद्रों पर भी निःशुल्क सोनोग्राफी करवाई जा सकेगी। उन्होंने बताया कि गर्भवती महिलाओं को उनके मोबाइल नंबर पर एसएमएस के जरिए क्यूआर कोड आधारित ई-वाउचर मिलेगा। उस वाउचर को देकर किसी भी सूचीबद्ध निजी सेंटर में वे निःशुल्क सोनोग्राफी करा सकेंगी। यदि डॉक्टर दोबारा सोनोग्राफी करवाने के लिए कहता है तो फिर से निःशुल्क वाउचर दिया जाएगा।
यह बोले जिम्मेदार

इस मामले में सीएचओ रामवीर का कहना है कि पिछले एक माह से हमारे पास ममता कार्ड नहीं है। सीएचसी को हमने मांग बना कर भेज रखी है। सीएमएचओ को भी ममता कार्ड खत्म होने की जानकारी है। फ्री सोनोग्राफी नहीं होती। आधार कार्ड से कही भी सोनोग्राफी करवा सकते है।
सीएचसी बड़ौदामेव इंचार्ज भागचंद मीणा का कहना है कि एएनएम अवकाश पर चल रही है। अगर ममता कार्ड नहीं है तो सीएचओ को पीटीएस में रजिस्ट्रेशन करा कर रजिस्ट्रेशन नंबर दे देना चाहिए। अगर इस तरह का मामला है तो कार्रवाई कर उच्च अधिकारी को अवगत कराया जाएगा।
मुख्य ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी, लक्ष्मणगढ़ रूपेंद्र शर्मा का कहना है कि इस तरह का मामला है तो मैं जानकारी करवाता हूं। एएनएम छुट्टी पर चल रही है। एएनएम की अनुपस्थिति में सीएमएचओ की जिम्मेदारी है। अगर केंद्र बंद रहता है तो कार्रवाई की जाएगी।

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