
गत रीट में हुए पेपर लीक मामले के बाद से इस बार प्रशासन रीट की पारदर्शिता को लेकर फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है, जिसे लेकर परीक्षा में केन्द्राधीक्षक और अतिरिक्त केन्द्राधीक्षक सहित वीक्षकों की ड्यूटी में रेण्डमाइजेशन प्रणाली लागू की है। अमूमन ये व्यवस्था चुनावों के दौरान ड्यूटी के लिए प्रयोग की जाती है। गौरतलब है कि इस बार रीट में केन्द्राधीक्षकों को परीक्षा व्यवस्था के प्रशिक्षण के दौरान आंवटित परीक्षा केन्द्र अलग थे और गुरुवार को परीक्षा केन्द्रों को ऐनवक्त बदल दिया गया और केन्द्राधीक्षकों द्वारा आवंटित परीक्षा केन्द्रों पर जाकर केन्द्र व्यवस्था का जायजा लिया गया।
इसी प्रकार गुरूवार को ही वीक्षकों को भी परीक्षा केन्द्रों का आवंटन किया गया, जिन्हें 22 जुलाई को परीक्षा केन्द्रों पर उपस्थित होकर परीक्षा व्यवस्था के लिए होने वाली बैठक में भाग लेना होगा। परीक्षा वाले दिन केन्द्राधीक्षक की ओर से लॉटरी प्रणाली से वीक्षकों को परीक्षा कक्ष आवंटित होंगे। अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी मुकेश किराड ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार रीट परीक्षा की ड्यूटी में रेण्डमाइजेशन प्रणाली के अनुसार ड्यूटी लगाई गई है।
जयपुर में सबसे ज्यादा परीक्षार्थी अलवर से जाएंगे, भरतपुर से सबसे ज्यादा आएंगे : रीट के दौरान परीक्षार्थियों के लिए यातायात व्यवस्था की अलवर जिलेे में बागडोर संभाल रही अलवर जिला क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी रानी जैन ने बताती हैं कि वैसे तो अलवर जिले में कई जिलों के परीक्षार्थी शामिल हो रहे है, वहीं अलवर से भी कई जिलों में अभ्यर्थी रीट देने जा रहे हैं, परन्तु अलवर जिले से भरतपुर, दौसा और जयपुर जिले में जाने वाले परीक्षार्थियों की संख्या ज्यादा है। जयपुर जिले में जाने वाले परीक्षार्थियों की संख्या 15277 सबसे ज्यादा है, वहीं अलवर परीक्षा देने आने वाले परीक्षार्थियों में भरतपुर के 6738 सबसे ज्यादा आंकडा है।
जिला अलवर से जाएंगे अलवर आएंगे
भरतपुर- 2070 6738
दौसा- 3093 942
जयपुर- 15277 2895
Updated on:
22 Jul 2022 11:40 am
Published on:
22 Jul 2022 11:38 am
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