
रोडवेज ने बेटिकट यात्रियों पर लगाम लगाने के लिए हर मार्ग पर बुकिंग केन्द्र तो खोल दिए, लेकिन इनमें से ज्यादातर बुकिंग केन्द्र बंद पड़े हैं। जो चालू हैं, उन पर ज्यादातर बसें रुकती नहीं हैं। सच्चाई ये है कि रोडवेज के ये बुकिंग केन्द्र सरकारी कार्यालयों की भांति चल रहे हैं। इन पर सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक कर्मचारियों की ड्यूटी रहती हैं। इसके बाद अथवा पहले गुजरने वाली बसों के यात्रियों के लिए यहां टिकट की कोई व्यवस्था नहीं है। रोडवेज की इस व्यवस्था से चालक-परिचालकों की निकल पड़ी है। ज्यादातर तो वे बुकिंग केन्द्र पर बसों को रोकते नहीं हैं। कभी-कभार रोकते भी हैं, तो केवल एक-दो टिकट काट इतिश्री कर लेते हैं। इससे रोडवेज को राजस्व नुकसान का अंदेशा बना रहता है।
ये हैं हालात
रोडवेज ने अलवर से मालाखेड़ा, राजगढ़ आदि के लिए जाने वाली बसों के लिए कालीमोरी, जयपुर जाने वाली बसों के लिए कालाकुआं में बुकिंग केन्द्र खोला हुआ है। इसी प्रकार बहरोड़, हरियाणा जाने वाली बसों के लिए शिवाजी पार्क तथा भरतपुर, दिल्ली जाने वाली बसों के लिए मंडी मोड के पास बुकिंग केन्द्र खोला हुआ है। इनमें से शिवाजी पार्क स्थित बुकिंग केन्द्र लम्बे समय से बंद पड़ा है। कालीमोरी, कालाकुआं व मंडी मोड बुकिंग केन्द्र पर सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक कर्मचारियों की ड्यूटी रहती है। इसके बाद अथवा पहले गुजरने वाली बसों के यात्रियों के लिए यहां टिकट लेने की कोई व्यवस्था नहीं है।
ये है कडवी सच्चाई
रोडवेज के बुकिंग केन्द्रों की कार्यशैली की सच्चाई ये है कि कालीमोरी होकर रोडवेज की प्रतिदिन लगभग 94 बसें गुजरती हैं। इनमें से रोजाना केवल 38 बसें बुकिंग केन्द्र पर रुकती है। बाकी बसें बिना रुके ही निकल जाती हैं। जबकि सभी मार्गों पर बुकिंग केन्द्र खोलने के पीछे रोडवेज की मंशा रेवेन्यू लीकेज को रोकने की थी। दरअसल, रोडवेज बसों में मार्ग में भी कई सवारियां बैठती है। इन सवारियों के टिकट काटने के लिए रोडवेज ने जगह-जगह बुकिंग केन्द्र खोले थे।
हमारे पास कर्मचारियों की कमी है। वैसे अब हमने एजेन्ट नियुक्त करने के लिए भर्ती निकाली है। नए एजेन्ट आने पर सभी केन्द्रों पर एजेन्ट नियुक्त किए जाएंगे।
मनोहरलाल शर्मा, मुख्य प्रबंधक अलवर आगार।
Published on:
23 Apr 2018 12:20 pm
बड़ी खबरें
View Allअलवर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
