ठेकेदार सुभाष और राकेश यादव शनिवार शाम कमलकिशोर को बुलाकर ले गए और रात में पेट्रोल छिड़ककर दुकान को आग के हवाले कर दिया। जिससे कमलकिशोर की अंदर ही जिंदा जलने से दर्दनाक मौत हो गई। सुबह आग की सूचना पर सभी वहां पहुंचे तो देखा की शटर बंद था। शटर खोला तो अंदर का दृश्य देखकर रौंगटे खड़े हो गए। पूरी दुकान जली हुई थी और उसका भाई डीप फ्रीज के अंदर मृत पड़ा था। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को खैरथल सैटेलाइट हॉस्पिटल में रखवाया जहां परिजन ठेकेदार की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे। उनसे दो घंटे समझाइश करने के बाद मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करा शव परिजनों को सौंपा गया।
पहली बार ही दुकान पर सोया था कमलकिशोर मृतक के भाई ने बताया कि कमलकिशोर करीब 5 महीने से ठेके पर सेल्समैन का काम कर रहा था। इस अंतराल में वह पहली बार ही ठेके पर रात को रुका था। उसका पिछले पेमेंट भी बकाया था। परिजनों ने आरोप लगाया है कि ठेके के पीछे की ओर सुराग से पेट्रोल या अल्कोहल छिड़क कर आग लगाई गई है। आग फैलने के बाद उसका भाई जान बचाने के लिए डीप फ्रिज में गया जहां उसकी जिन्दा जलने से मौत हो गई। वहीं पुलिस किसी भी सुराग होने की बात से इनकार कर रही है।
मामले की जांच जारी परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर हत्या और एससी/एसटी एक्ट में मामला दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है। दुकान की चाबी मृतक के पास ही मिली है। मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करा शव परिजनों को सौंप दिया है। मामले की जांच किशनगढ़बास डीएसपी कर रहे हैं।
राममूर्ति जोशी, पुलिस अधीक्षक, भिवाड़ी