सरिस्का बाघ परियोजना इन दिनों युवा बाघों से आबाद है। वर्तमान में सरिस्का में वयस्क बाघ व शावकों की संख्या 23 है। इनमें दो बाघिन एवं एक बाघ की उम्र 15 साल या इससे अधिक है, शेष बाघ-बाघिन एक साल से 10 वर्ष तक आयु के हैं। युवा बाघों की बढ़ती संख्या ने वर्ष 2005 में सरिस्का पर लगे बाघ विहिन होने के धब्बे को धो दिया है।
नए बाघों पर टिका सरिस्का का भविष्य इन दिनों पांच नए बाघ-बाघिनों पर सरिस्का का भविष्य निर्भर है। इनमें बाघिन एसटी-12 के तीन बाघ-बाघिन तथा बाघिन एसटी-14 के दो बाघ-बाघिन शामिल हैं। इन नए बाघों की उम्र भी तीन से साढ़े तीन साल है। इसके अलावा बाघ एसटी-13 सरिस्का को बाघों से आबाद करने का जिम्मा कई सालों से निभाता रहा है। वह अब तक सरिस्का में 13 बाघों का कुनबा बढ़ा चुका है। इसके अलावा बाघ एसटी-15 भी युवा हैं। इन दोनों बाघों की उम्र भी साढ़े चार से पांच साल है।
सरिस्का में अभी ये हैं बाघ-बाघिन सरिस्का में अभी 23 बाघ-बाघिन हैं, इनमें बाघिन एसटी-2 व 3 की उम्र 15 साल है। वहीं बाघ एसटी-6 की उम्र भी करीब 15 साल है। शेष बाघिन एसटी-7, 8, 9, 10, 12, 14 सरिस्का में बाघों का कुनबा बढ़ाने में सक्षम हैं। वहीं एसटी-17, 18, 19, 20 व 21 नए बाघ-बाघिन हैं। इसके अलावा बाघिन एसटी-10 के दो शावक भी करीब डेढ़ साल के हो चुके है।
तीन युवा बाघ की मौत का रहा असर सरिस्का में तीन युवा बाघों की मौत होने का बुरा असर पड़ा। सरिस्का में तीन युवा बाघ और जिंदा होते तो बाघों का कुनबा 23 से कहीं ज्यादा हो सकता था। इनमें बाघ एसटी-1, एसटी-11 एवं एसटी-16 बाघों की असमय ही अलग- अलग कारणों से मौत हो गई।
बाघ एसटी-13 का कुनबा बढ़ाने में बड़ा रोल बाघ एसटी-13 ने सरिस्का को कुनबा 23 तक बढ़ाकर जीवनदान दिया है। बाघ एसटी-13 रणथंभौर से आई बाघिन एसटी 2 का बेटा है और वह अब तक 13 शावकों का वाहक बना है, इनमें 10 अभी जिंदा है। बाघ एसटी-13 सरिस्का में तीन बाघिनों के सम्पर्क में रहा और 13 शावकों को जन्म दिया। हालांकि इनमें तीन शावकों की अकाल मौत हो गई। बाघ एसटी-13 की उम्र 5-6 साल है। बाघ एसटी-13 सरिस्का में बाघिन एसटी- 10 के संपर्क में आया। बाद में बाघिन एसटी-10 ने एक बार तीन शावक व दूसरी बार एक शावक को जन्म दिया। एक बार तीन शावकों को भी जन्म दिया, लेकिन उनकी मौत हो गई। वहीं यह बाघ बाघिन एसटी-12 के संपर्क में आया। बाद में बाघिन एसटी- 12 ने दो बार तीन-तीन शावकों को जन्म दिया। इसके अलावा बाघ एसटी- 13 व बाघिन एसटी- 14 के सम्पर्क में आया, जिससे बाघिन एसटी- 14 ने तीन शावकों को जन्म दिया।